चेन्नई, 15 फरवरी (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी पर भाजपा की ‘‘भाषा बोलने’’ का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के इस आरोप को सही साबित कर दिया है कि दोनों दलों के बीच गुप्त गठबंधन है।
द्रमुक अध्यक्ष अपनी ‘‘उंगलिल ओरुवन’’ श्रृंखला (आपमें से एक) में सवालों का जवाब दे रहे थे। उनसे द्रमुक सहयोगियों द्वारा व्यक्त की गई राय के बारे में पूछा गया और यह भी पूछा गया कि क्या इसमें कोई ‘‘विरोधाभास’’ है?
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे उनके विचारों को केवल सलाह के रूप में मानते हैं।
द्रमुक की सहयोगी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) ने पुदुक्कोटटे जिले में पानी के एक ओवरहेड टैंक में मानव मल मिलने से जुड़े वेंगईवायल मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने की मांग की थी।
द्रमुक प्रमुख ने कहा कि केंद्र ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने का फैसले ‘‘बहुत देरी से लिया’’। उन्होंने कहा कि बीरेन सिंह के पास कोई विकल्प नहीं था, इसीलिए उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा।
पलानीस्वामी की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों ने ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को झटका दिया, स्टालिन ने कहा, ‘‘मैंने पहले ही जवाब दे दिया है; अगर आप पलानीस्वामी के बयानों को देखें तो यह भाजपा के बयानों जैसा ही लगेगा।’’
इसके अलावा, स्टालिन ने दावा किया कि अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेता भाजपा की ‘‘भाषा बोल रहे’’ हैं और वे अन्नाद्रमुक तथा भाजपा के बीच गुप्त गठबंधन के द्रमुक के आरोप को सही साबित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी टिप्पणी करने से पहले पलानीस्वामी को अपनी नाकामियों पर गौर करना चाहिए।