नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को संसद में दावा किया कि खाद्यान्न खरीद में कोई भ्रष्टाचार नहीं है और किसानों को 100 प्रतिशत भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया जा रहा है।
जोशी राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे। सरकारी खरीद प्रक्रिया में बिचौलियों के माध्यम से कथित भ्रष्टाचार को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में जोशी ने कहा कि खरीद प्रणाली में कोई भ्रष्टाचार नहीं है।
उन्होंने कथित भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस सदस्य दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष भी किया और कहा कि वह संभवतः संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार का जिक्र कर रहे होंगे।
बिहार से राष्ट्रीय लोक मोर्चा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा ने भी बिचौलियों के माध्यम से खरीद प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया और कहा कि इस वजह से किसानों को निर्धारित मूल्य नहीं मिल रहा है।
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने भी कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। इस पर मंत्री ने कहा, ‘‘हम डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) के माध्यम से सीधे किसानों को पैसा भेजते हैं। हम 48 घंटे के भीतर सीधे किसानों के खातों में पैसा भेजते हैं।’’
उन्होंने कहा कि केंद्र राज्यों या केंद्रीय एजेंसियों को भुगतान करता है, जो सीधे किसानों को उनके खातों में भुगतान करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पहले ऐसा होता था कि केंद्र द्वारा भेजे गए एक रुपये में से केवल 15 पैसे ही लाभार्थी तक पहुंचते थे। अब ऐसा नहीं होता…हम सीधे किसानों के खातों में भुगतान कर रहे हैं, कोई भ्रष्टाचार नहीं है।’’
जोशी ने दावा किया, ‘‘मोदी सरकार के दौरान जब एक रुपया भेजा जाता है तो पूरा एक रुपया यानी 100 पैसे ही किसानों के खाते में जाता है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों द्वारा लाए गए हर अनाज की खरीद करेगी। मंत्री ने दावा किया कि मोदी सरकार अनाज का हर दाना खरीदने के लिए तैयार है।
जोशी ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने पिछली सरकार की तुलना में धान और गेहूं की अधिक खरीद की।