नयी दिल्ली, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा है कि उनका बल ‘कभी भी, कहीं भी और किसी भी तरह’ भारत के समुद्री हितों की रक्षा करना जारी रखेगा।
नौसेना प्रमुख ने यह टिप्पणी शनिवार को यहां नए नौसेना भवन में आयोजित भारतीय नौसेना प्रमुखों के सम्मेलन में की।
नौसेना के एक प्रवक्ता ने रविवार को एक बयान में कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले आठ पूर्व नौसेना प्रमुखों के सामूहिक अनुभव और ज्ञान से लाभ उठाना है।
प्रवक्ता ने कहा कि इन पूर्व प्रमुखों को नीतिगत पहल, तकनीकी, सामग्री और परिचालन रसद प्रगति और भावी योजनाओं सहित परिचालन संबंधित एक अद्यतन प्रस्तुति से अवगत कराया गया।
बयान में नौसेना प्रमुख के हवाले से कहा गया, ‘‘हम आपकी शानदार विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और भारतीय नौसेना ‘कभी भी, कहीं भी, किसी भी तरह’ भारत के राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा करना जारी रखेगी।’’
सम्मेलन में उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य और प्रतिमानों के लिहाज से युद्ध और समुद्री रणनीति के भविष्य पर विचारों के खुले आदान-प्रदान को बढ़ावा देने, रुचि के प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक सत्र ‘मंथन’ भी आयोजित किया गया था।
सम्मेलन से इतर एक कार्यक्रम में ‘लीगेसी ऑफ लीडरशिप: नेवल चीफ्स थ्रू टाइम’ नामक पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें पूर्व नौसेना प्रमुखों की प्रेरणादायक यात्राओं का विवरण दिया गया है।