दुबई, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने रविवार को श्रीलंका के पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने की जमकर सराहना की, जिन्होंने गॉल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने 100वें टेस्ट के साथ ही अपने शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया।
करुणारत्ने ने अपने विदाई टेस्ट में 36 और 14 रन की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया ने नौ विकेट से मैच जीतकर दो मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप किया।
आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘दिमुथ का करियर बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने खेल के पारंपरिक प्रारूप में एक बल्लेबाज के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और 100 टेस्ट खेलने वाले अपने देश के सातवें खिलाड़ी बने।’’
छत्तीस साल के करुणारत्ने ने टेस्ट में लगभग 40 की औसत से 7222 रन बनाये हैं। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 244 रन रहा है। उन्होंने 50 एकदिवसीय में 1316 रन बनाये है।
उन्होंने 2019 और 2023 के बीच 30 टेस्ट मैचों में श्रीलंका की कप्तानी की, जिसमें 12 जीते और 12 हारे।
शाह ने कहा, ‘‘उनकी प्रतिबद्धता अद्वितीय रही है और वह खेल के महान दूत रहे हैं। मुझे यकीन है कि दुनिया भर में टेस्ट क्रिकेट के प्रशंसक उन्हें याद करेंगे।’’
बायें हाथ के बल्लेबाज करुणारत्ने ने 2012 में अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था।
शाह ने कहा, ‘‘ मैं आईसीसी की ओर से उन्हें उत्कृष्ट करियर के लिए बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है कि वह विभिन्न देशों में खेलने के अपने अनुभव का उपयोग करके आने वाले वर्षों में भी खेल में योगदान देना जारी रखेंगे।’’
इस बल्लेबाज ने 2011 में मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।
उनके सभी 16 टेस्ट शतक सलामी बल्लेबाज के रूप में आए है। वह सलामी बल्लेबाज के तौर पर श्रीलंका के लिए सबसे ज्यादा शतक लगाने की सूची में पूर्व कप्तान मार्वन अटापट्टू के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर है।
टेस्ट में उनकी सबसे यादगार उपलब्धि 2019 में दक्षिण अफ्रीका को उसके घरेलू मैदान पर 2-0 से शिकस्त देना है। श्रीलंका इससे दक्षिण अफ्रीका की टेस्ट क्रिकेट में वापसी के बाद उसकी घरेलू सरजमीं पर जीत दर्ज करना पहला एशियाई देश बन गया था।