अहमदाबाद, क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान भारतीय टीम को अविश्वसनीय कैच लेने और रन रोकने का प्रयास करते हुए देखना बेहद संतोषजनक था।
भारत ने जोस बटलर की टीम के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में 4-1 की जीत के बाद तीन मैच की एकदिवसीय श्रृंखला में क्लीन स्वीप किया जिसमें खिलाड़ियों ने कई शानदार कैच लपके, रन आउट किए और बाउंड्री पर शानदार क्षेत्ररक्षण किया।
दिलीप ने बुधवार को यहां तीसरे और अंतिम एकदिवसीय में भारत की 142 रन की बड़ी जीत के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में कहा, ‘‘हमने हर समय कुछ शानदार मौके बनाए। मुझे लगता है कि चाहे वह आउटफील्ड में शानदार क्षेत्ररक्षण हो या अद्भुत कैच लेना हो, पीछे की ओर दौड़ना हो और साथ ही मैच के अहम मोड़ पर महत्वपूर्ण रन आउट करना हो, मुझे लगता है कि सभी ने शानदार प्रयास किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक टीम के तौर पर हम अपने क्षेत्ररक्षण पर बहुत गर्व करते हैं और इस पूरी श्रृंखला में संयम और निरंतरता के साथ खेलना बेहद संतोषजनक रहा।’’
दिलीप ने मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान भारतीय कोच का पद संभाला था और गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद भी वह इस पद पर बने रहे।
दिलीप ने कहा कि श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक का चयन करना कठिन काम था। उन्होंने उप कप्तान शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर और हर्षित राणा के प्रयासों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘दावेदारों की बात करें तो मेरे लिए यह थोड़ा मुश्किल था। सबसे पहले एक तेज गेंदबाज होने के नाते वह प्रतिबद्धता (मैदान पर) दिखा रहा है और इन तीन (एकदिवसीय) मुकाबलों के दौरान मुझे लगता है कि उसने (हर्षित राणा) लगभग 10 से अधिक रन बचाए।’’
दिलीप ने कहा, ‘‘और दूसरे मैच में मिड ऑफ पर पीछे की ओर दौड़ते हुए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कैच और मिड ऑफ पर नीचा कैच, शुभमन गिल।’’
हालांकि श्रृंखला के ‘इम्पैक्ट क्षेत्ररक्षक’ का पदक अय्यर को मिला जिन्होंने न केवल अपनी बल्लेबाजी बल्कि अपने क्षेत्ररक्षण कौशल से भी प्रभावित किया। उनका सबसे खास पल नागपुर में पहले एकदिवसीय में इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज फिल सॉल्ट का शानदार रन आउट था।
उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल उन कैचों के बारे में नहीं है जिन्हें हम हमेशा देखते हैं, बल्कि सीमा रेखा पर शानदार प्रयास करते हुए उन महत्वपूर्ण रनों को बचाना और रन आउट करना भी है। पहले मैच में उस समय महत्वपूर्ण रन आउट करना जब इंग्लैंड ने बिना किसी नुकसान के 75 रन बनाकर धमाकेदार शुरुआत की थी, श्रेयस अय्यर।’’
पहले मैच में सलामी बल्लेबाज फिल सॉल्ट और बेन डकेट जब अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे तब अय्यर के थ्रो पर विकेटकीपर लोकेश राहुल ने सॉल्ट को रन आउट किया।