बैंकॉक, 23 फरवरी (भाषा) चेक पॉइंट सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के लिए भारत एक रणनीतिक बाजार है और कंपनी डिजिटल ‘नेटिव’ क्षेत्र में अपने का विस्तार कर रही है। इजराइल की कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही।
चेक पॉइंट सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज एशिया प्रशांत और जापान की अध्यक्ष रूमा बालासुब्रमण्यम ने आगे कहा कि भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा संस्थानों को सबसे अधिक साइबर हमलों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘भारत हमारे लिए एक बहुत ही रणनीतिक बाजार है। और आज हम वित्तीय सेवा क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा क्षेत्र में भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित संगठनों का काम देखते हैं।’’
बालासुब्रमण्यम ने यह भी कहा कि जैसे-जैसे खतरे का परिदृश्य अधिक से अधिक जटिल होता जा रहा है, चेक पॉइंट सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज डिजिटल नेटिव क्षेत्र में अपना कारोबार बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप उस बाजार में हमसे बहुत कुछ देखने जा रहे हैं।’’ डिजिटल नेटिव एक ऐसे वातावरण को संदर्भित करता है जहां व्यक्ति कंप्यूटर और स्मार्टफोन जैसी आसानी से उपलब्ध डिजिटल तकनीक के साथ बड़े होते हैं और उनका ऑनलाइन जुड़ाव उच्चस्तर का होता है।
साइबर सुरक्षा समाधान प्रदाता कंपनी ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह बेंगलुरु में अपना पहला एशिया-प्रशांत अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) केंद्र स्थापित करने की योजना बना रही है।
बालसुब्रमण्यम ने बताया कि वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा कुशल श्रमबल की कमी लगभग 55 लाख है और इसका एक बड़ा हिस्सा वास्तव में भारत में होने वाला है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जब आप कृत्रिम मेधा (एआई) के लाभ के बारे में सोचते हैं, तो यह वास्तव में मौजूदा कौशल का निर्माण करने और सुरक्षा संचालन केंद्र में चीजों को और अधिक कुशल बनाने के इर्द-गिर्द होगा, ताकि लोग खतरों का पहले से पता लगा सकें।’’
चेक पॉइंट का बेंगलुरु शोध एवं विकास केंद्र चेक पॉइंट क्वॉन्टम जैसी मुख्य उत्पाद लाइनों के विकास को आगे बढ़ाएगा, जो एंटरप्राइज़-ग्रेड नेटवर्क सुरक्षा प्रदान करता है, और सिक्योर एक्सेस सर्विस एज (एसएएसई) पर जोर देता है।