नयी दिल्ली, अनुशासनात्मक आधार पर निलंबन से वापसी कर डेविस कप मुकाबले में पहली बार जीत का स्वाद चखने वाले भारतीय खिलाड़ी शशिकुमार मुकुंद ने शनिवार को यहां कि वह पहले की तुलना में काफी परिपक्व हुए है।
मुकुंद ने 2023 में लखनऊ में मोरक्को के खिलाफ मैच में भारत के लिए पदार्पण किया था लेकिन इसके बाद उन पर अनुशासनात्मक आधार पर अखिल भारतीय टेनिस महासंघ (एआईटीए) ने निलंबन लगा दिया था।
भारत के 28 वर्षीय खिलाड़ी ने डीएलटीए कॉम्प्लेक्स में शुरुआती एकल के एक घंटे 15 मिनट तक चले मैच में टोगो के लिओवा अयित अजावोन पर सीधे सेटों में 6-2 6-1 से आसान जीत हासिल की।
मुकुंद ने शुरुआती दिन के मैच के बाद कहा, ‘‘ हमने अधिकतर समय अपने खेल में गलतियां नहीं की। जिस तरह से मैंने पूरी स्थिति को संभाला उससे मैं वास्तव में खुद से खुश हूं। मुझे लगता है कि पहले की तुलना में मैंने अपने अंदर काफी परिपक्वता महसूस कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं दबाव में था। मैं पूरी तरह से फिट महसूस कर रहा था। मुझे अगल तीन घंटे तक खेलना पड़ता तो मैं उसके लिए तैयार था। सुबह से ही मानसिक शांति महसूस कर रहा था।’’
मुकुंद को मोरक्को के खिलाफ अपने पदार्पण मैच में मांसपेशियों में खिंचाव के कारण कोर्ट से बाहर निकलना पड़ा था।
उन्होंने अपनी फिटनेस में सुधार की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘ आज अगर मुझे हर अंक के लिए 50 शॉट खेलने पड़ते तो मैं उसके लिए भी तैयार था। मैं इस मानसिकता के कारण शुरुआत से ही काफी राहत महसूस कर रहा था। मुझे पता था कि मेरे खिलाफ एक अंक हासिल करने के लिए उसे शानदार टेनिस खेलना होगा और मैं कोर्ट को बहुत अच्छे से कवर कर रहा था।’’
अजावोन आईटीफ फ्यूचर सर्किट पर खेलते है ऐसे में मुकुंद को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने इस मैच में अपना 80 से 90 प्रतिशत ही दिया। आज तौर पर मैं कम शॉट के साथ अंक हासिल करने पर जोर देता हूं लेकिन यहां कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था। ’’
कप्तान रोहित राजपाल ने भी मुकुंद के खेल में आये सुधार पर जोर देते हुए कहा, ‘‘पिछली बार जब मैंने शशि को देखा था, तब से वह शारीरिक रूप से कम से कम दो स्तर आगे बढ़ गया है। उसके खेल में भी काफी सुधार आया है। उसके पास विश्व रैंकिंग में शीर्ष 100 में पहुंचने की क्षमता है।’’
रामकुमार रामनाथन ने कुछ ठोस सर्विस के दम पर भारत की बढ़त दोगुनी करने बाद कहा कि अभ्यास शिविर में की गई सारी मेहनत शनिवार को सफल हो गई। उन्होंने कहा कि मुकुंद के बढ़त बनाने के बाद उन पर से दबाव कम हो गया था।
रामकुमार ने कहा, ‘‘यह अच्छा था कि मुकुंद ने वास्तव में अच्छी शुरुआत की। मैं पिछले 10-20 दिनों से काफी मेहनत कर रहा हूं। अभी हालांकि हमारा काम खत्म नहीं हुआ है।’’