गुवाहाटी, 24 फरवरी (भाषा) मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोमवार को कहा कि ‘एडवांटेज असम’ व्यावसायिक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी से असम में शांति का संदेश जाएगा।
शर्मा ने ‘एडवांटेज असम 2.0’ शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल पर व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के बाद कहा कि राज्य में अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन-चार दशकों में कानून और व्यवस्था की स्थिति ने राज्य को काफी पीछे कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”आजादी के समय असम का जीडीपी राष्ट्रीय औसत से अधिक था, लेकिन उसके बाद से कई ऐतिहासिक घटनाओं ने राज्य के विकास को पीछे कर दिया। यह बड़े बदलाव और नई यात्रा शुरू करने का समय है… मुझे लगता है कि हम सही रास्ते पर हैं।”
शर्मा ने कहा कि भारत के प्रमुख उद्योगपति और विदेशी निवेशक यहां होंगे और यह असम के लोगों के लिए ऐतिहासिक क्षण होगा।
उन्होंने कहा, ”गुजरात और तमिलनाडु की तुलना में हम कोई बड़ा राज्य नहीं हैं, लेकिन अपनी ऐतिहासिक विरासत और अर्थव्यवस्था के आधार पर हम सम्मेलन के दौरान महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित करने जा रहे हैं।”
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और 400 विदेशी प्रतिनिधि शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, ”ये आयोजन असम के लोगों के लिए बहुत गर्व की बात है। मुझे उम्मीद है कि ये आयोजन हमारी उम्मीदों के मुताबिक सुचारू रूप से संपन्न होंगे और हम इस दौरान महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने में सक्षम होंगे।”
प्रधानमंत्री मंगलवार को शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम में मुकेश अंबानी, गौतम अदाणी, अनिल अग्रवाल, प्रशांत रुइया और सज्जन जिंदल जैसे उद्योगपतियों के शामिल होने की उम्मीद है।
जयशंकर के अलावा पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बंदरगाह मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी शिखर सम्मेलन में मौजूद रहेंगे। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये एक सत्र को संबोधित करेंगे।
शर्मा ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को समापन सत्र को संबोधित करेंगी। इस दौरान सेमीकंडक्टर और नुमालीगढ़ रिफाइनरी पर दो प्रस्तुतियां दी जाएंगी।