नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) नवगठित दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 26 वर्षों के बाद सत्ता में वापसी हुई तथा उसके विधायक सदन में विधानसभा अध्यक्ष के आसन के दाहिने ओर बैठे।
सत्र शुरू होने से पहले राज निवास में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली को ‘प्रोटेम स्पीकर’ (अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष) के रूप में शपथ दिलाई।
सबसे वरिष्ठ विधायक होने के नाते लवली सभी नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण की देखरेख करेंगे।
सबसे पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शपथ ली। फिर उनके मंत्रिमंडल के छह मंत्रियों ने शपथ ली और फिर शेष विधायकों ने शपथ ली।
कार्यवाही की शुरुआत विधायकों ने ‘वंदे मातरम’ के साथ की। सत्र की कार्यवाही देखने के लिए भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा विधानसभा अध्यक्ष दीर्घा में मौजूद थे।
नए विधानसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव दिन में, बाद में होने वाला है, जिसमें भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता के पद संभालने की संभावना है।
भाजपा ने पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनावों में 70 में से 48 सीट जीतकर निर्णायक जीत हासिल की और आम आदमी पार्टी (आप) के एक दशक लंबे शासन को समाप्त कर दिया।
सत्ता में वापसी के साथ ही भाजपा के विधायक सदन में अब विधानसभा अध्यक्ष के आसन के दाईं ओर बैठे, जबकि 22 सीट जीतने वाली आप के सदस्य विपक्ष के लिए निर्धारित स्थान पर, अध्यक्ष के आसन के बाईं ओर बैठे।
आप विधायकों ने सर्वसम्मति से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना है।