प्रधानमंत्री मोदी और कतर के अमीर की वार्ता, संबंध रणनीतिक भागीदारी के स्तर तक ले जाने का फैसला
Focus News 18 February 2025 0
नयी दिल्ली, 18 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल-सानी के साथ व्यापक बातचीत की। दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और लोगों से लोगों के संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत-कतर संबंधों को “रणनीतिक साझेदारी” के स्तर तक ले जाने का फैसला किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने आपसी हितों से जुड़े “क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों” पर भी चर्चा की।
मोदी के निमंत्रण पर कतर के अमीर दो दिवसीय यात्रा पर यहां आए हैं। यह उनकी भारत की दूसरी राजकीय यात्रा है। इससे पहले उन्होंने मार्च 2015 में भारत का दौरा किया था।
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को शुरू हुई यात्रा से पहले कहा था कि उनकी यात्रा “हमारी मजबूत होती बहुआयामी साझेदारी को और गति प्रदान करेगी।”
इससे पहले दिन में, कतर के अमीर को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनकी अगवानी की। इस मौके पर मोदी भी मौजूद थे।
बाद में, मोदी और अमीर ने हैदराबाद हाउस में कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की।
भारत और कतर ने मंगलवार को रणनीतिक साझेदारी कायम करने को लेकर एक समझौता भी किया।
यहां प्रधानमंत्री मोदी और कतर के अमीर की मौजूदगी में, कतर के प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल सानी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भारत-कतर, गहरे और पारंपरिक संबंधों को और मजबूत बना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कतर के अमीर महामहिम शेख तमीम बिन हम्माद अल-सानी ने आज हैदराबाद हाउस में व्यापक वार्ता की। दोनों नेताओं ने व्यापार, ऊर्जा, निवेश, नवाचार, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों पर ध्यान देने और भारत-कतर संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जाने का फैसला किया। उन्होंने आपसी हितों से जुड़े क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।”
विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था कि भारत और कतर के बीच मित्रता, विश्वास और आपसी सम्मान पर आधारित गहरे ऐतिहासिक संबंध हैं और हाल के वर्षों में, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संबंधों समेत दोनों देशों के बीच रिश्ते लगातार मजबूत हुए हैं।
हैदराबाद हाउस में दोनों नेताओं की मुलाकात के बीच विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि यह “विशेष भारत-कतर साझेदारी” के तहत एक बड़ी उपलब्धि है।
भारत और कतर के बीच दोहरे कराधान से बचने और आय पर करों के संबंध में राजकोषीय चोरी की रोकथाम के लिए एक संशोधित समझौता भी हुआ जिसकी घोषणा हैदराबाद हाउस में हुए समझौतों के दौरान की गई।
कतर के प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने समझौते का आदान-प्रदान किया।
कतर के अमीर सोमवार शाम को यहां पहुंचे थे। इससे पहले फरवरी 2024 में मोदी ने कतर की यात्रा की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार शाम को दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचकर गर्मजोशी से हाथ मिलाकर और गले लगाकर अमीर का स्वागत किया था।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अपने भाई, कतर के अमीर महामहिम शेख तमीम बिन हम्माद अल सानी का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे पर गया था। भारत में उनके सफल प्रवास की कामना करता हूं और हमारी कल की मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं।”
प्रधानमंत्री ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘ अपने भाई, कतर के अमीर एच एच शेख तमीम बिन हम्माद अल सानी का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे गया। भारत में उनके सार्थक प्रवास की कामना करता हूं और कल होने वाली हमारी बैठक को लेकर उत्सुक हूं।’’
विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था कि कतर के अमीर के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा, जिसमें मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारिक नेता शामिल होंगे।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कतर के अमीर के दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटों बाद मुलाकात की थी और कहा था कि उन्हें विश्वास है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ अमीर की बातचीत “मित्रता पर आधारित हमारे करीबी संबंधों को और प्रगाढ़” बनाएगी।