महाकुंभ नगर, पांच फरवरी (भाषा) महाकुंभ में बसंत पंचमी के स्नान के बाद सात फरवरी से एक बार फिर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शुरू होगा जिसमें देश की विविध संस्कृतियों का संगम होगा। गंगा पंडाल में चल रहे मुख्य आयोजन को लेकर संस्कृति विभाग ने एक बार फिर तैयारी पूरी कर ली है।
सरकार की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, सात फरवरी से चार दिन तक देश के नामचीन कलाकारों की प्रस्तुतियों से महाकुंभ की सांझ सजेगी। सात फरवरी को डोना गांगुली, आठ फरवरी को कविता कृष्णमूर्ति, नौ फरवरी को सुरेश वाडेकर, सोनल मान सिंह और 10 फरवरी को हरिहरन प्रस्तुति देंगे।
बयान के मुताबिक, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान है, इसलिए 11 से 13 फरवरी तक सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित रहेंगे।
बयान के मुताबिक, सात फरवरी को डोना गांगुली (कोलकाता)- ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति देंगी, जबकि योगेश गंधर्व एवं आभा गंधर्व-सूफी गायन, सुमा सुधींद्र (कर्नाटक)- गायन और डॉ. देवकी नंदन शर्मा (मथुरा)- रासलीला प्रस्तुत करेंगे।
इसी तरह, आठ फरवरी को कविता कृष्णमूर्ति, डॉ. एल सुब्रमण्यम (सुगम संगीत), प्रीति पटेल (कोलकाता)- मणिपुरी नृत्य, नरेंद्र नाथ (पश्चिम बंगाल)- सरोद वादन और डॉ. देवकीनंदन शर्मा (मथुरा)- रासलीला की प्रस्तुति देंगे।
बयान के मुताबिक, नौ फरवरी को सुरेश वाडेकर – सुगम संगीत, पद्मश्री मधुप मुद्गल- (नयी दिल्ली)- हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और सोनल मान सिंह- ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति देंगी। जबकि 10 फरवरी को हरिहरन-सुगम संगीत, शुभदा वराडकर- ओडिसी नृत्य और तमिलनाडु की सुधा कर्नाटक संगीत की प्रस्तुति देंगी।