नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर) में भारत का कोयला आयात 20.13 करोड़ टन पर लगभग स्थिर रहा है। ई-नीलामी क्षेत्र में अग्रणी नाम ‘एमजंक्शन’ सर्विसेज द्वारा जुटाए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
एक साल पहले की समान अवधि में देश का कोयला आयात 20.15 करोड़ टन रहा था।
दिसंबर में कोयले का आयात पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने के 2.33 करोड़ टन से घटकर 1.92 करोड़ टन रह गया है।
अप्रैल-दिसंबर, 2024 के दौरान, गैर-कोकिंग कोयले का आयात 12.88 करोड़ टन रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान 13.34 करोड़ टन रहा था। अप्रैल-दिसंबर के दौरान कोकिंग कोयले का आयात 4.06 करोड़ टन रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 4.28 करोड़ टन रहा था।
एमजंक्शन के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय वर्मा ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में ऊंचे स्टॉक की स्थिति और उम्मीद से कम मांग के कारण आयात की मात्रा में गिरावट आई है। आगामी हफ्तों में मांग के परिदृश्य में बदलाव की उम्मीद नहीं है।’’
कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने हाल ही में कहा था कि सरकार का ध्यान कोयले के आयात को कम करने और घरेलू उत्पादन को बढ़ाने पर है।
कोयला क्षेत्र देश की ऊर्जा सुरक्षा की बुनियाद बना हुआ है, जो देश के औद्योगिक और आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वैश्विक स्तर पर पांचवें सबसे बड़े भूगर्भीय कोयला भंडार और दूसरे सबसे बड़े उपभोक्ता के रूप में कोयला एक अपरिहार्य ऊर्जा स्रोत बना हुआ है। राष्ट्रीय ऊर्जा मिश्रण में कोयले का योगदान 55 प्रतिशत का है।