भुवनेश्वर, पांच फरवरी (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य में ग्रामीण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए ‘विकसित गांव, विकसित ओडिशा’ (बीजीबीओ) योजना की शुरुआत की।
माझी ने बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन से गांवों और कस्बों के बीच का अंतर समाप्त हो जाएगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को शहरी क्षेत्रों में उपलब्ध सभी सुविधाएं मिलेंगी।
मुख्यमंत्री ने भुवनेश्वर से करीब 30 किलोमीटर दूर जनकिया गांव में इस योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि बीजीबीओ योजना के तहत राज्य भर के सभी 53,845 गांवों को विकसित किया जाएगा।
माझी ने कहा, ‘‘हम गांवों के विकास पर ध्यान दे रहे हैं क्योंकि राज्य की 81 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है।’’
ओडिशा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने बीजू जनता दल (बीजद) की पिछली सरकार द्वारा शुरू की गई ‘अमा ओडिशा नवीन ओडिशा’ (एओएनओ) योजना के स्थान पर बीजीबीओ योजना की घोषणा की है।
माझी ने बताया कि राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में बीजीबीओ योजना के लिए 1,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है और पांच साल की अवधि में 5,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि पिछली बीजद सरकार ने एओएनओ योजना शुरू की थी, लेकिन इसके लिए कोई बजट नहीं रखा गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘बीजद सरकार ने लोगों को गुमराह करने के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एओएनओ योजना शुरू की थी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजीबीओ योजना के तहत सड़क, पुल, पुलिया, स्कूल भवन, नागरिक सुविधाएं, कल्याण मंडप, खेल और अन्य बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बीजीबीओ योजना में आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और दलित बहुल गांवों को प्राथमिकता दी जाएगी।