पटना, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के बावजूद, इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की हार होगी।
पत्रकारों द्वारा ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन की सहयोगी आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली में सत्ता से बाहर होने के असर के बारे में सवाल किए जाने पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू ने कहा, ‘‘यहां कोई असर नहीं होगा। भाजपा (सत्ता से) बाहर हो जाएगी।’’
लालू की पार्टी के पास 243 सदस्यीय विधानसभा में सबसे अधिक सीट हैं।
जब राजद सुप्रीमो से कहा गया कि बिहार में राजग के नेता सत्ता में वापसी को लेकर आश्वस्त हैं, तो प्रसाद ने उनकी जीत की संभावना को खारिज कर दिया।
प्रसाद ने कहा, ‘‘जब तक हम बिहार में हैं, वे यहां सरकार नहीं बना सकते। लोग भाजपा को जान गए हैं।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘लालू जी हों या नहीं हों, राजग की सत्ता में वापसी तय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को लालू जी की जरूरत नहीं है। उनके शासनकाल में बड़े पैमाने पर जातिवाद और कुशासन था, जिससे राज्य का नाम खराब हुआ और बिहारी शब्द एक तरह का कलंक बन गया।’’
राजग में शामिल जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी लालू प्रसाद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘लालू जी को याद रखना चाहिए कि राजग ने बिहार में उनके रहते हुए ही सत्ता हासिल की थी और उनके रहते हुए ही वह फिर से ऐसा करती रहेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राजग ने 225 सीट का लक्ष्य रखा है, जो 2010 में उसे मिली सीट से अधिक है। तब राजद बुरी तरह हारी थी। लालू जी को अपनी चिंता करनी चाहिए। उनकी सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने की उम्र हो चुकी है। उनके बेटे और उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव उनकी बात नहीं सुनते।’’