चंडीगढ़, दो फरवरी (भाषा) संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किए जाने के प्रयास से जुड़ी घटना की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से गठित छह-सदस्यीय समिति ने रविवार को अमृतसर का दौरा किया।
राज्यसभा सदस्य एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बृज लाल, भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश सहित समिति के सदस्यों ने अमृतसर में आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
लाल ने संवाददाताओं से बातचीत में आंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की कड़ी निंदा की और कहा कि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं पर निशाना साधते हुए लाल ने कहा कि प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किए जाने की कोशिश के बाद न तो ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और न ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर का दौरा किया।
राज्यसभा सदस्य लाल ने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल ने इस मुद्दे पर एक भी शब्द नहीं बोला। उन्हें यहां आना चाहिए था और माफी मांगनी चाहिए थी। केजरीवाल सिर्फ झूठ बोलते हैं। वह संविधान और बाबा साहेब आंबेडकर के सबसे बड़े विरोधी हैं। इस घटना को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’’
लाल ने दावा किया कि आंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश के पीछे एक साजिश है। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब आंबेडकर का यह अपमान पूरे देश का अपमान है। हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं।”
यह पूछे जाने पर कि समिति कब अपनी रिपोर्ट सौंपेगी, उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इसे सौंप देंगे।
लाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें ‘आप’ सरकार की ओर से इस मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच कराए जाने की कोई संभावना नहीं दिखाई देती।
उन्होंने आरोप लगाया, “पंजाब में जंगल राज है। यहां की सरकार हर मोर्चे पर विफल है। हम बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
समिति के अन्य सदस्यों में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरुप्रकाश पासवान, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री असीम अरुण और अंबाला से भाजपा नेता बंटो देव कटारिया शामिल हैं।
पंजाब पुलिस ने 26 जनवरी को मोगा जिले के धर्मकोट निवासी आकाश सिंह को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर की ओर जाने वाली हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थित टाउन हॉल में आंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया था।
घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ, जिसमें हथौड़ा लिए आरोपी स्टील की सीढ़ी के सहारे प्रतिमा के ऊपर चढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। कथित वीडियो में वह हथौड़े से प्रतिमा पर कई बार प्रहार करता भी नजर आ रहा है।
वीडियो में आरोपी संविधान की प्रति को भी नुकसान पहुंचाते दिख रहा है, जो प्रतिमा का हिस्सा है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।