लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रयागराज में भीषण यातायात जाम के लिए सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की और दावा किया कि इससे महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को काफी असुविधा हो रही है।
यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘प्रयागराज में चतुर्दिक जाम की वजह से न तो खाने-पीने के लिए खाद्यान्न और सब्जी-मसाले उपलब्ध हो पा रहे हैं और न ही दवाई, पेट्रोल-डीजल। इससे प्रयागराज तथा महाकुंभ परिसर व प्रयागराज आने-जाने वाले मार्गों पर फंसे करोड़ों भूखे-प्यासे, थके-हारे श्रद्धालुओं की हालत हर घंटे बद से बदतर होती जा रही है। ये एक अति गंभीर स्थिति है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे राज्यों में संवैधानिक तंत्र फेल (नाकाम) हो जाने पर कमान किसी और को दे दी जाती है वैसे ही महाकुंभ में अव्यवस्थाओं का अंबार देखते हुए किस योग्य व्यक्ति को शासन की कमान दे दी जाए। अयोग्य लोग झूठा प्रचार कर सकते हैं, सच्ची व्यवस्था नहीं।’’
यादव ने कुछ ही देर बाद ‘प्रयागराज महाकुंभ अपडेट’ शीर्षक से ‘एक्स’ पर ही एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘जाम में फंसे लोग अपने वाहनों में घंटों से कैद हैं। दैनंदिनी जरूरतों, खासतौर पर महिलाओं तक के लिए कोई स्थान नहीं है। जो लोग रास्तों में बेसुध हो रहे हैं, उनकी देखभाल का कोई इंतजाम नहीं है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन की बैटरी खत्म हो गयी है, जिससे उनका अपने लोगों से संपर्क टूट गया है। संपर्क तथा सूचना के अभाव में लोगों में बेचैनी बढ़ गयी है।’’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हालात पर काबू पाने के लिए कोई जिम्मेदार मंत्री या व्यक्ति नहीं दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री तो पूरी तरह से नाकाम साबित हो ही चुके हैं साथ ही प्रयागराज से संबंधित उपमुख्यमंत्री और कई जाने-माने मंत्रीगण नदारद हैं। जिन्हें जनता के बीच होना चाहिए था वो घरों में बैठे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो सिपाही, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी या सफाईकर्मी दिनरात निष्ठापूर्वक भूखे-प्यासे डटे हैं, उनके भोजन पानी की कोई व्यवस्था दिखाई नहीं दे रही है। अधिकारी कमरों में बैठकर आदेश तो दे रहे हैं लेकिन जमीन पर नहीं उतर रहे हैं।’’
यादव ने कहा, ‘‘प्रयागराज के नगरवासियों को गंदगी, जाम और महंगाई के सिवा कुछ भी नहीं मिला है। सुनने में आया है कि अब भाजपाई, श्रद्धालुओं पर ही ये आरोप लगा रहे हैं कि जब पता है कि हर तरफ बद इंतजामी फैल गयी है कि तो श्रद्धालु आ ही क्यों रहे हैं। कोई प्रदेश में हादसे के मारे लोगों को अपने हाल पर छोड़कर दूसरे प्रदेश में समारोह में शामिल हो रहा है कोई विदेश चला जा रहा है, श्रद्धालुओं का पुरसाहाल कोई है क्या?’’
महाकुंभ मेले में स्नान पर्व के इतर आम दिनों में अनुमान से कहीं अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से प्रयागराज की चारों दिशाओं से आने वाले मार्गों पर रविवार को कई कई घंटों का जाम लगा रहा। स्टेशन के बाहर अधिक भीड़ होने से प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन बंद कर दिया गया।
अधिकारियों के अनुसार, सोमवार सुबह आठ बजे तक 10 लाख कल्पवासियों समेत 46.19 लाख लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। पिछले माह महाकुंभ शुरू होने के बाद से अब तक करीब 44 करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं।