भुवनेश्वर, भारत की महिला हॉकी कप्तान सलीमा टेटे को भरोसा है कि उनकी टीम शनिवार से शुरू हो रहे एफआईएच प्रो लीग के भुवनेश्वर चरण में बेहतर प्रदर्शन करेगी और पिछले सत्र के खराब प्रदर्शन का असर नहीं दिखेगा।
भारत अपने अभियान की शुरुआत कलिंगा हॉकी स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ करेगा। टीम पिछले सत्र की यादें मिटाने की कोशिश करेगी जब वह सिर्फ अमेरिका से आगे आठवें स्थान पर रही थी।
जर्मनी, स्पेन और दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड भी यहां खेलेगी।
भारत ने पिछले सत्र में चैंपियन नीदरलैंड के 63 गोल की तुलना में केवल 16 गोल किए थे।
भारत की विश्व रैंकिंग अभी नौ है जबकि जर्मनी चौथे, इंग्लैंड सातवें और स्पेन आठवें स्थान पर है।
भारत चरण से पहले सलीमा ने कहा, ‘‘पिछली बार हमारा सत्र निराशाजनक रहा था लेकिन मुझे लगता है कि हम इस बार बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित और तैयार हैं।’’
भारत प्रो लीग में अपने अभियान की शुरुआत 15 और 16 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ दो मैच से करेगा और फिर 18 तथा 19 फरवरी को स्पेन के खिलाफ खेलेगा।
मेजबान टीम 21 और 22 फरवरी को जर्मनी जबकि 24 और 25 फरवरी को नीदरलैंड से भिड़ेगी।
सलीमा ने कहा, ‘‘हम कलिंगा स्टेडियम में फिर से खेलने और अधिक से अधिक अंक बनाने के लिए और इंतजार नहीं कर सकते। हम चुनौतीपूर्ण प्रतिद्वंद्वियों का सामना कर रहे हैं लेकिन मुझे विश्वास है कि लड़कियां चुनौती लेने और मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।’’
मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने कहा कि वह टीम के अपने से बेहतर रैंकिंग वाले प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बराबरी का प्रदर्शन करने को लेकर आशावादी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लड़कियों ने शिविर में बहुत मेहनत की है और मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे पास एक ऐसी टीम है जो अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों के साथ बराबरी का खेल दिखाने में सक्षम है। हमें अधिकतम अंक हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।’’
सविता, सुशीला चानू, निक्की प्रधान, वंदना कटारिया, उदिता, लालरेमसियामी और शर्मिला देवी जैसी अनुभवी खिलाड़ियों के साथ दीपिका, सुनेलिता टोप्पो और ज्योति जैसी युवा खिलाड़ियों के मिश्रण से भारत के पास एक संतुलित टीम है।