नयी दिल्ली, केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने मंगलवार को कहा कि पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (पीएमएसजीएमबीवाई) के तहत कुल 8.86 लाख परिवारों को फायदा हुआ है, जिसका उद्देश्य छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने को बढ़ावा देना है।
पीएमएसजीएमबीवाई दुनिया की सबसे बड़ी घरेलू ‘रूफटॉप’ सौर पहल है।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री नाइक ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि ‘रूफटॉप’ सौर संयंत्र लगाने से कुल 8.86 लाख परिवार लाभान्वित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि छह फरवरी तक योजना के राष्ट्रीय पोर्टल पर कुल 1.71 करोड़ पंजीकरण और 45.15 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं।
मंत्री द्वारा उच्च सदन में साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, छह फरवरी तक इस योजना के तहत अरुणाचल प्रदेश में कोई भी परिवार लाभान्वित नहीं हुआ है, जबकि सिक्किम (4), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (5) और नगालैंड (7) में एकल अंक में परिवार लाभान्वित हुए है।
दादर एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव (56), मेघालय (17) और मिजोरम (87) में यह आंकड़ा 100 से कम रहा।
नाइक ने हाल ही में कहा था कि सरकार मार्च तक 10 लाख और अक्टूबर तक 20 लाख ऐसे संयंत्रों की स्थापना का लक्ष्य लेकर चल रही है।
शून्य बिजली बिलों के बारे में उन्होंने कहा है कि यह विभिन्न पहलुओं पर निर्भर करता है जैसे कि छत पर लगे सौर संयंत्र की क्षमता, उत्पन्न सौर ऊर्जा, छत पर सौर संयंत्र लगाने वाले उपभोक्ता द्वारा बिजली की स्वयं खपत और संबंधित राज्य बिजली नियामक द्वारा जारी नियम।
नाइक ने कहा कि अनुमान है कि लगभग 45 प्रतिशत परिवारों को शून्य बिजली बिल मिल रहे हैं।
योजना के तहत प्रत्येक आवासीय उपभोक्ता को जारी की जाने वाली सीएफए (केंद्रीय वित्तीय सहायता) की औसत राशि लगभग 77,800 रुपये है।