उप्र : प्रसार भारती ने महाकुम्भ को समर्पित ‘कुम्भवाणी’ एफएम चैनल शुरु किया

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महाकुम्भ नगर, 10 जनवरी (भाषा) सार्वजनिक प्रसारक प्रसार भारती के रेडियो प्रभाग आकाशवाणी ने शुक्रवार को महाकुम्भ 2025 से संबंधित सूचनाओं के प्रसार के लिए समर्पित एक एफएम चैनल ‘कुम्भवाणी’ शुरू किया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशाल धार्मिक समागम से पहले, अपने प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन सर्किट हाउस में एफएम चैनल का उद्घाटन किया।

उप्र सरकार ने बयान में कहा, ‘‘प्रसार भारती ने महाकुम्भ के बारे में व्यापक जानकारी प्रसारित करने के लिए ओटीटी-आधारित कुम्भवाणी एफएम चैनल लॉन्च किया है। 103.5 मेगाहर्ट्ज की आवृत्ति पर प्रसारण करने वाला यह चैनल 10 जनवरी से 26 फरवरी तक रोजाना सुबह 5.55 बजे से रात 10.05 बजे तक आवश्यक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों का प्रसारण करेगा।’’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वास व्यक्त किया कि ‘कुम्भवाणी’ न केवल लोकप्रियता की नई ऊंचाइयों को छुएगा, बल्कि महाकुम्भ की भावना को दूरदराज के गांवों तक भी पहुंचाएगा, जहां कई लोग अपनी इच्छा के बावजूद शारीरिक रूप से इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाते हैं।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह चैनल इन दूरदराज के समुदायों तक महाकुम्भ के बारे में सभी प्रासंगिक जानकारी पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में काम करेगा।

आदित्यनाथ ने सीधे प्रसारण के महत्व को ध्यान में रखते हुए कहा, ‘‘इस तरह के प्रयासों से दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोग महाकुम्भ की भव्यता का अनुभव कर सकेंगे और उसे समझ सकेंगे।’’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इससे उन्हें ‘सनातन धर्म’ के इस भव्य उत्सव के गौरव को भावी पीढ़ियों के साथ साझा करने का मौका मिलेगा।

उन्होंने कुम्भवाणी शुरू करने के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और प्रसार भारती को भी धन्यवाद दिया।

आदित्यनाथ ने कहा कि आकाशवाणी लोगों को लोक परंपराओं और संस्कृति से जोड़ने वाला पहला माध्यम था। अपने बचपन को याद करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे वे आकाशवाणी पर रामचरितमानस के प्रसारण को ध्यान से सुनते थे।

उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे तकनीक उन्नत हुई, दूरदर्शन ने दृश्य माध्यमों की शुरुआत की, जिससे लोगों को इन सांस्कृतिक कथाओं को दृश्य रूप से देखने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि हालांकि बाद में कई निजी चैनल उभरे, लेकिन प्रसार भारती ने विकसित मीडिया परिदृश्य के अनुकूल होने के लिए सक्रिय कदम उठाए।

उन्होंने कहा कि सीमित कनेक्टिविटी के साथ दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचने की चुनौतियों को देखते हुए प्रसार भारती ने 2013, 2019 और अब फिर 2025 में कुम्भ उत्सवों के दौरान विशेष एफएम चैनल कुम्भवाणी शुरू किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महाकुम्भ की भावना सबसे दूर के क्षेत्रों तक भी पहुंचे।

आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘महाकुम्भ महज एक आयोजन नहीं है, बल्कि सनातन धर्म के गौरव, महिमा और एकता का एक स्मारकीय उत्सव है।’’ उन्होंने इसे ‘‘एक भव्य संगम बताया, जहां सनातन धर्म का सार देखा जा सकता है।’’

उन्होंने उन लोगों से कुंभ में आने का आग्रह किया जो सनातन धर्म को संकीर्ण नजरिए से देखते हैं या जो सांप्रदायिक मतभेदों, जाति या अस्पृश्यता के आधार पर विभाजन को बनाए रखते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां संप्रदाय, जाति या लिंग की कोई बाधा नहीं है। सभी क्षेत्रों के लोग आस्था में एकजुट होकर एक ही जल में स्नान करने के लिए इकट्ठा होते हैं और सनातन गौरव का संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचाते हैं।’’

उन्होंने कहा कि यह कुंभ का आध्यात्मिक संदेश है – एक वैश्विक समागम जो सद्भाव और समावेशिता का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों की बढ़ती रुचि पर भी प्रकाश डाला, जो महाकुम्भ में खुद को डुबोकर आध्यात्मिकता की गहन गहराई को समझना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक उल्लेखनीय क्षण है, और प्रसार भारती ने कुम्भवाणी के माध्यम से इसके सार को खूबसूरती से प्रस्तुत किया है।’’

बयान के अनुसार, कुम्भवाणी एफएम चैनल न केवल दैनिक कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण करेगा, बल्कि दूरदराज के गांवों में महाकुम्भ से संबंधित धार्मिक संदर्भ और कहानियां भी साझा करेगा, जिससे इस आयोजन का आध्यात्मिक सार सभी के लिए सुलभ होगा।

सांस्कृतिक गौरव को बढ़ाने के लिए मीडिया की शक्ति पर विचार करते हुए, मुख्यमंत्री ने याद किया कि कैसे कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान दूरदर्शन पर धारावाहिक रामायण के प्रसारण के बाद दर्शकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।

उन्होंने कहा, ‘‘आज, एफएम चैनल युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं, और कुम्भवाणी को निस्संदेह इस प्रवृत्ति से लाभ होगा।’’

इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री डॉ. एल मुरुगन, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, ओम प्रकाश राजभर, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष नवनीत सहगल भी उपस्थित थे।

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