समय के महत्व को समझें

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अक्सर देखा जाता है कि कई महिलाएं घर का काम खत्म होते ही इधर-उधर घूमना शुरू कर देती हैं। आपको हर गली या मुहल्ले में बहुत-सी ऐसी महिलाएं मिल जाएंगी जो सुबह होते ही दूसरों के घरों के चक्कर काटना प्रारंभ कर देती हैं। वे यह जानने में लगी रहती हैं कि किसके घर में आज क्या हुआ। ऐसी औरतें अपना समय तो व्यर्थ गंवाती ही हैं, साथ ही दूसरों का समय भी नष्ट कर देती हैं।
अधिकांश घरेलू औरतों में यह प्रवृत्ति पाई जाती है। ये औरतें रात होने तक भी बाहर घूमती रहती हैं। ऐसी महिलाओं में ईर्ष्या, क्रोध, बदला लेने व नकल करने की भावना अधिक होती है। वे दूसरी औरतों के पहनावे आदि को देखकर उनकी नकल करती हैं, चाहे उनकी सामर्थ्य हो या न हो। परिणामस्वरूप उनके दांपत्य  जीवन में कड़वाहट घुलने लगती है। अब सवाल यह उठता है कि औरतों में यह प्रवृत्ति क्यों और कैसे होती है।
इसका मुख्य कारण यह है कि आजकल एकल परिवार होने की वजह से महिलाओं के पास अधिक काम नहीं होता। घर में खाली बैठे-बैठे वे बोरियत महसूस करने लगती है। वे यह नहीं जानती कि खाली समय का उपयोग कैसे करें। तभी उनके मन में ख्याल आता है कि क्यों न पड़ोसन से दो चार बातें की जाएं। इससे थोड़ा मन भी बहल जाएगा व समय भी कट जाएगा। धीरे-धीरे यह सब उनके स्वभाव में शामिल हो जाता है और उन्हें दूसरों के घरों की बातें जानने की आदत सी पड़ जाती है।
उनकी यह आदत इस हद तक बढ़ जाती है कि वे अपने घर के थोड़े कार्य को जल्दी निबटाने को कोशिश करती हैं। अगर उनके पति या अन्य सदस्य उन्हें इस बारे में कुछ कहते हैं तो वे यही जबाब देती हैं कि घर में हमारा समय नहीं कटता।
आजकल तो अधिकांश महिलाओं को यही शिकायत रहती है कि वे काम में इतना व्यस्त रहती हैं कि उन्हें घर आए मेहमानों से ढंग से बात करने की फुर्सत नहीं मिलती और एक आप हैं कि अपना कीमती समय व्यर्थ गंवा रही हैं। अतः आपको यही सलाह दी जाती है कि आप समय के महत्त्व को समझें व उसका सदुपयोग करें।
उपरोक्त बातों को कहने का तात्पर्य यही है कि अगर आप सिर्फ समय बिताने के लिए ही दूसरों के घर जाकर गलत आदतों का शिकार होती हैं तो समय बिताने के लिए आप निम्नलिखित कार्य कर अपनी पहचान स्थापित कर सकती हैं।
अगर आपको पढ़ने में रूचि है तो मैगजीन आदि पढ़ें। आजकल ऐसी बहुत-सी पत्रिकाएं आ रही हैं जिनमें महिलाओं के लिए सामग्री होती है। इससे जहां आपका ज्ञान बढ़ेगा, वहीं आपकी सोच भी स्वस्थ होगी और आप व्यर्थ की बातों से बची रहेंगी।
यदि आपको सिलाई-कढ़ाई का अच्छा ज्ञान है तो आप प्रशिक्षण केन्द्र खोल सकती हैं। इससे आपकी आय में वृद्धि  भी होगी और आप व्यस्त भी रहेंगी।
अगर आपकी रूचि बागवानी में है तो इस रूचि को कार्य रूप दें। तरह-तरह के फूल-पौधे उगा कर नर्सरी खोल सकती हैं।
सामाजिक कार्यों में रूचि लेने से भी आपको नई दिशा मिल सकती है। इससे आपको अच्छे लोगों का साथ भी मिलेगा।
अगर आपको कम्प्यूटर का अच्छा ज्ञान है तो आप किसी कार्यालय में नौकरी करके अच्छी आय अर्जित कर सकती हैं।
यदि आप पाक-कला में निपुण हैं तो आप कुकिंग सेंटर खोलकर अनेक युवतियों को लाभान्वित कर सकती हैं।
आप अध्यापन कार्य करके या बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर भी कई बच्चों का भविष्य संवार सकती हैं।
अगर आपको गीत, संगीत व नृत्य का शौक है तो भी आप इसे कार्य रूप देकर भी खाली समय का उपयोग कर सकती हैं।

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