इंफाल, 30 जनवरी (भाषा) मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि राज्य में जातीय मुद्दों पर बहुत अधिक राजनीति ने लोगों को भ्रमित कर दिया है और आंतरिक संघर्ष पैदा कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि सियासी नेताओं के एक वर्ग ने उन लोगों के साथ हाथ मिला लिया है जो राज्य को तोड़ना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने थौबल जिले के खांगाबोक में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कई लोग अब भी राज्य के मौजूदा मुद्दों को नहीं समझ पा रहे हैं जिसकी वजह से मेईती और कुकी समुदाय हिंसा की चपेट में है और मई 2023 से अबतक 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का विरोध मणिपुर में नए प्रवासियों के खिलाफ है, जो मादक पदार्थ संबंधी गतिविधियों में संलिप्त हैं, न कि उन लोगों के खिलाफ जो पहले से यहां आकर बस गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा कर्तव्य यह समझना और महसूस करना है कि असली विरोधी कौन हैं और किसने हम पर हमले किए हैं। हमें उनसे खुद का बचाव करना होगा। हालांकि, बहुत अधिक राजनीति ने लोगों को भ्रमित कर दिया है और आंतरिक संघर्ष पैदा कर दिया है। यहां तक कि कुछ नेता भी मणिपुर को तोड़ने की चाहत रखने वालों के साथ मिल गए हैं।’’
मुख्यमंत्री ने हालांकि, किसी नेता या राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग मणिपुर को तोड़ना चाहते हैं, उन्होंने हमें भड़काने के लिए एजेंटों का इस्तेमाल किया है। ऐसे एजेंट इंफाल घाटी में हैं और मणिपुर को तोड़ने वालों का साथ दे रहे हैं। हमें उनसे सावधान रहना होगा।’’
सिंह ने यह भी कहा कि मणिपुर को बचाया जाएगा और इसे टूटने नहीं दिया जाएगा।