ताकि सर्दियों में भी रहें खिली-खिली

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सर्दी के मौसम में अनेक ऐसी चीजों का ध्यान रखना होता है जिनसे तन-मन दोनों ही खिले-खिले रहें। यहां कुछ ऐसी ही बातें बताई जा रही हैं जिससे आप सर्दियों में भी खिली-खिली दिखाई दें और आपके वो आपकी ओर देखते ही कह उठें- वाह, क्या चीज है? इसके लिए निम्नांकित चीजों पर ध्यान देना आवश्यक है –
बाथ का रखें खास ध्यान – चाहे जितनी भी ठंड हो, स्नान रोज करना जरूरी है। विंटर सीजन में नार्मल स्नान की बजाय निम्नलिखित स्नान सौंदर्य और स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
ऽ गुनगुने पानी से स्नान करने से शरीर में फुर्ती आती है, थकान दूर होती है तथा फैट कम होता है।
ऽ तेलयुक्त स्नान अर्थात स्नान से पहले संपूर्ण शरीर पर जैतून, सरसों या नारियल तेल की मालिश करने के बाद स्नान करने से थकान व मोटापा दूर होता है।
ऽ एक बाल्टी पानी में आठ-दस चम्मच नमक डाल कर इस पानी से स्नान करना सर्दी के मौसम में स्वास्थ्यवर्द्धक तो है ही, साथ ही इससे डेड सेल्स भी हटते हैं। गर्मी के मौसम में पसीने व शरीर की दुर्गंध भी खत्म होती है।
ऽ स्टीम बॉथ अर्थात् भाप स्नान विंटर सीजन के लिए सबसे फायदेमंद होता है। इससे शरीर में अनोखी ताजगी आती है। रोम कूप खुल जाते हैं। शरीर की चर्बी कम होती है, हाथ-पैर का दर्द, सूजन एवं थकान सभी मिट जाते हैं। इस स्नान से सेक्स पॉवर में भी वृद्धि होती है। इस सीजन में पन्द्रह दिनों में एक बार स्टीम बॉथ अवश्य करना चाहिए।
ऽ स्पंज बाथ के तहत किसी मोटे तौलिए को भिगोकर शरीर के एक अंग को बारी-बारी से रगड़-रगड़कर साफ किया जाता है। किसी स्पंज के टुकड़े से भी यह किया जा सकता है। महीने में एक या दो बार ऐसा करने से शरीर के मृत सेल दूर हो जाते हैं तथा रक्त संचालन में तेजी आती है।
सनस्क्रीन आवश्यक – जाड़े के मौसम में गुनगुनी धूप सेंकना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन इस मौसम में मन दुविधाग्रस्त तब हो जाता है, जब स्किन पर सन बर्न का इफेक्ट नजर आने लगता है। सन रेज का असर कॉम्प्लेक्शन पर भी पड़ता है लेकिन इन वजहों से धूप सेंकना छोड़ना अच्छी बात नहीं होती। अगर आप थोड़ी कॉन्शस हो जाएं तो इस समस्या से आसानी से निपटा जा सकता है।
जब भी आपको धूप में निकलना हो या धूप सेंकनी हो तो 45 मिनट पहले, गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों पर सनस्क्रीन लोशन खूब अच्छी तरह लगा लें। बेहतर होगा यदि आप मॉश्चराइजर और सनस्क्रीन दोनों को मिलाकर लगाएं, या अधिक देर तक धूप में रहना हो तो हर दो घंटे पर सनस्क्रीन लगाना न भूलें।
सनस्क्रीन चाहे आप किसी भी ब्रांड का इस्तेमाल करें लेकिन इतना ध्यान रखें कि उसकी एस.पी.एफ. क्वालिटी हाई हो। सामान्यता 25 से 30 एस.पी.एफ वाले सनस्क्रीन को अच्छा माना जाता है, इसलिए सनस्क्रीन खरीदते समय उसका एस.पी.एफ. रेंज अवश्य चेक कर लेना चाहिए।
हेयर केयर –  विंटर सीजन में भी हर एक दिन बाद बालों को धोना चाहिए। बाल धोने के लिए गर्म पानी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। बालों की नियमित मालिश करें। हर बार धोने से पहले चंपी और बाल धोने के बाद कंडीशनिंग अवश्य करनी चाहिए। सप्ताह में एक बार बालों में स्टीम जरूर लें। सप्ताह में एक बार दो चम्मच निंबोली का पेस्ट बालों की जड़ों में अवश्य लगाएं। एक घंटे बाद बालों को धो लें। इससे सिर की त्वचा पर जमे डेड सेल हट जाते हैं।
इस सीजन में बाल गिरने की समस्या भी अधिक देखी जाती है। अगर ऐसा हो तो पंद्रह दिन में एक बार अंडे की जर्दी में पानी मिलाकर हल्के हाथ से बालों की जड़ों में लगाएं और अंगुलियों के पोरों से हल्की मालिश करें। इस सीजन में सबसे बड़ी समस्या है बालों में डैंड्रफ का होना। इस समस्या से अगर रू-ब-रू होना पड़े तो एक चम्मच मेंहदी पाउडर, नींबू का रस तथा अंडा मिलाकर बालों की जड़ में लगाएं। नींबू के छिलके का चूर्ण, आंवला का चूर्ण और पानी मिलाकर
पेस्ट बनाकर बालों में लगाते रहने से बालों में डैंड्रफ की समस्या दूर हो जाती है।
होंठों का ध्यान रखें – होंठों में शरीर की त्वचा की भांति स्वेद गं्रथियां नहीं होती। हांठों में ऑयल या फैट उत्पन्न करने वाली सिबेशियस ग्रंथि भी नहीं होती, इसलिए होंठों के ड्राई होने की अधिक संभावना होती है। जाड़े में होंठ फटने की समस्या आम है। होंठों पर नियमित रूप से लिप क्रीम की मसाज करें।
इसके लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी अपनाए जा सकते हैं। होंठों पर कच्चा दूध लगाएं। इससे हांठ सुंदर बनते हैं। होंठों को मुलायम बनाने के लिए खीरे की फांक, संतरे या मौसमी की फांक धीरे-धीरे रगड़ें। एक चम्मच दूध, मलाई में दो-तीन बूंद नींबू का रस मिलाकर होंठों पर हल्के हाथों से मलने से भी हांठ मुलायम होते हैं। रात में सोने से पहले होंठों के मेकअप को अच्छी तरह से साफ कर लें।

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