खिलाड़ी का किसी भी कारण से भारत के लिए खेलने से इनकार करना हास्यास्पद: आनंद
Focus News 31 January 2025 0नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) भारत के शीर्ष खिलाड़ियों के डेविस कप में खेलने से इनकार करने को पूर्व कप्तान आनंद अमृतराज ने ‘हास्यास्पद’ करार देते हुए कहा कि जब देश के लिए खेलने की बात आती है तो पैसा या कोई अन्य कारण कोई बाधा नहीं होना चाहिए।
भारत शनिवार से डेविस कप विश्व ग्रुप एक प्लेऑफ में टोगो के खिलाफ खेलेगा लेकिन देश के सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले एकल खिलाड़ी सुमित नागल और युकी भांबरी (अब देश के सर्वश्रेष्ठ युगल खिलाड़ी भी हैं) ने इस टाई के लिए खुद को उपलब्ध नहीं कराया।
डेविस कप में पांच साल तक भारत की कप्तानी करने वाले आनंद ने कहा कि उनकी पीढ़ी के लिए राष्ट्रीय ध्वज के लिए खेलना पूरी तरह से एक अलग भावना थी। आनंद की अगुवाई में भारतीय टीम ने अपेक्षित सफलता हासिल की थी।
आनंद अमृतराज ने ‘पीटीआई’ को दिखे साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मेरे लिए, विजय (अमृतराज) के लिए, रमेश (कृष्णन) के लिए देश के लिए खेलना बहुत बड़ा सम्मान था। आपको भुगतान (रकम) मिला या नहीं यह मायने नहीं रखता। हमें इसका कोई पैसा नहीं मिलता था। हम ऐसा सिर्फ इसलिए खेल रहे थे कि हमें देश के लिए डेविस कप खेलने में मजा आता था। यह हमारे साल का मुख्य आकर्षण होता था। हम चाहे हमने कलकत्ता के साउथ क्लब में खेले, दिल्ली में डीएलटीए या चेन्नई या पुणे में किसी जगह, हम देश के लिए खेलना चाहते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं बस समझ नहीं पा रहा हूं। आपको पैसा बनाने के लिए साल में अन्य 50 सप्ताह मिलते हैं। विशेष रूप से अब जो पैसा शामिल है वह हमें मिलने वाले भुगतान से 100 गुना अधिक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ लोग जो भी कारण दे लेकिन देश के लिए खेलने से मना करना हास्यास्पद है। जब बात देश की आती है तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि महासंघ में कौन है, कोई फर्क नहीं पड़ता कि कप्तान कौन है। अगर आप चोटिल नहीं है तो कुछ भी हो आपको निश्चित रूप से देश के लिए खेलना चाहिए। ’’
भारत को लंबे समय के बाद घरेलू मुकाबला मिला है और कागजों पर यह मुकाबला टीम के लिए आसान दिख रहा है। टोगो की टीम में 1000 रैंकिंग के अंदर का कोई खिलाड़ी नहीं है। इससे यह बहस छिड़ गई है कि क्या भारत को युवा खिलाड़ियों को मौका देकर प्रयोग करना चाहिये।
आनंद ने हालांकि कहा कि भारत को हमेशा अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को खिलाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ईमानदारी से महसूस करता हूं कि हमें सर्वश्रेष्ठ टीम के साथ खेलना चाहिए क्योंकि अगर हम 3-0 से जीतते हैं तो युवा खिलाड़ी खेल सकते हैं। अगली पीढ़ी खेल सकती है।’’
उन्होंने हालांकि टोगो को कमजोर टीम मानने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘मेरी राय में, वे (टोगो) बहुत बुरे नहीं हो सकते। उन्होंने लातविया और इंडोनेशिया को हराया है। इंडोनेशिया हमेशा काफी अच्छा रहा है। मुझे लगता है कि हमें अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम के साथ खेलना चाहिए जो कि ये दो लड़के हैं, राम (रामकुमार रामनाथन) और शशिकुमार (मुकुंद)।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप वास्तव में कोई जोखिम नहीं लेना चाहते या बाद में कोई पछतावा नहीं करना चाहते। टेनिस में कुछ भी हो सकता है। इसलिए मुझे लगता है कि आपको निश्चित रूप से अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम के साथ खेलना चाहिए।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें सोमदेव देववर्मन और पूरव राजा द्वारा दायर याचिका के बारे में जानकारी है, जिसमें एआईटीए (अखिल भारतीय टेनिस महासंघ) को चलाने के लिए प्रशासक की नियुक्ति की मांग की गई है, आनंद ने कहा कि उनके पास ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन वह भारतीय टेनिस की स्थिति से निराश हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वहां वास्तव में कुछ गड़बड़ है। भारतीय टेनिस में हमेशा राजनीति रही है। यह समस्या का हिस्सा है। इसमें ऐसे लोग होने चाहिए जो वास्तव में खेल से प्यार करते हैं, इसे बेहतर होते देखना चाहते हैं।’’