कश्मीर में कड़ी सुरक्षा के बीच मनाया गया गणतंत्र दिवस

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श्रीनगर,  कश्मीर में रविवार को गणतंत्र दिवस मनाया गया और घाटी के सभी जिला मुख्यालयों में कड़ी सुरक्षा के बीच समारोह आयोजित किए गए। अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी।

घाटी में मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में आयोजित किया गया और उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में इसकी अध्यक्षता की।

सुबह की ठंड का सामना करते हुए पुलिस, सीआरपीएफ, एनसीसी और स्कूली बच्चों की टुकड़ियों ने चौधरी को सलामी देते हुए मार्च-पास्ट में हिस्सा लिया। परेड के बाद जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकारों ने कार्यक्रम में प्रस्तुति दी।

बक्शी स्टेडियम पूरी तरह भरा हुआ था। स्टेडियम में अनुमानत: लगभग 20 हजार लोग वहां उपस्थित थे, जिनमें से ज़्यादातर सरकारी कर्मचारी थे।

गणतंत्र दिवस समारोह को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था और शहर में यातायात को नियंत्रित करने के लिए कम चेकपोस्ट स्थापित किए जाने के कारण माहौल शांत रहा। शहर में चौराहों को अवरुद्ध करने के लिए कंटीले तारों का भी इस्तेमाल नहीं किया गया।

इस साल मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद नहीं की गई। वर्ष 2005 में स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थल के बाहर मोबाइल फोन से किए गए आईईडी विस्फोट के बाद सुरक्षा प्रक्रिया के तहत मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करना एक नियमित प्रक्रिया थी।

गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछले वर्ष सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनावों का सफल आयोजन सकारात्मक बदलाव को रेखांकित करता है और इस उपलब्धि का श्रेय उन सभी नागरिकों को जाता है, जिन्होंने इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लिया तथा जम्मू-कश्मीर के लोकतांत्रिक मूल्यों व भविष्य में अपना विश्वास प्रदर्शित किया।

सिन्हा ने कहा, “जम्मू-कश्मीर हमेशा से विविधता में एकता की भूमि रहा है। हमें अपनी मिलीजुली संस्कृति और भाईचारे की सदियों पुरानी परंपराओं पर बहुत गर्व है। शांति व सद्भाव बनाए रखना और यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हमारे युवाओं के सपनों को विभाजनकारी ताकतों द्वारा बाधित न किया जाए।”

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बख्शी स्टेडियम में संवाददाताओं से कहा, “यह एक शुभ दिन है…भारत एक गणतंत्र है। हमें उम्मीद है कि संविधान की रक्षा की जाएगी और जम्मू कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं का सम्मान किया जाएगा…राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए।”

प्रताप पार्क में शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने पर जोर देते हुए कहा कि भारत में ऐसे दूसरे राज्य भी हैं, जिन्हें भारतीय संविधान के तहत विशेष दर्जा प्राप्त है।

उन्होंने कहा, “उमर अब्दुल्ला मंत्रिमंडल ने अपनी पहली बैठक में ही जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का मुद्दा उठाया है। हमने इसी संविधान के तहत अपने अधिकार मांगे हैं।”

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