पैरों की सुरक्षा हेतु जूते पहनना एक आवश्यकता है। बाजार में छोटे बड़े, कई रंगों में नए-नए डिजाइन लिए जूते उपलब्ध हैं। अब तो इस क्षेत्रा में बड़ी-बड़ी कम्पनियां मुकाबले में हैं। विदेशी कम्पनियां भी इस दौड़ मंे हमारे देश में अपने पैर पूरी तरह से फैला चुकी हैं। भिन्न-भिन्न मैटिरियल के जूते बाजार में उपलब्ध हैं। जब भी अपने लिए या बच्चों के लिए खरीदें, सोच समझ कर खरीदें। त गर्मियों में कभी भी प्लास्टिक के चप्पल जूते न खरीदें। त सैर पर जाने या खेलने के लिए कपड़े के जूते सबसे अधिक आरामदेह होते हैं। इन कामों के लिए टेनिस शू ही खरीदें। त गर्मी, सर्दी में चमड़े के जूते पहनना ही ठीक है। सर्दियों में पूरे पैर ढके जूते ही खरीदें। गर्मियों में सैंडिल भी पहने जा सकते हैं। त चमड़े के जूते खरीदते समय ध्यान दें कि चमड़ा नर्म होना चाहिए। जब उसे मरोड़ें तो उस चमड़े पर लाइनें पड़ जाती हैं। यह अच्छे चमड़े की पहचान होती है। त अधिक चमकदार चमड़ा अच्छी क्वालिटी का नहीं होता। जितनी कम चमक होगी, उतना चमड़ा अच्छा होगा। त जब भी बच्चों के जूते खरीदें, अधिक बड़े आकार के मत खरीदें, न ही पैर को दबाने वाले आकार के लें। टाइट जूतों से पैरों की उंगलियों में गांठें बन जाती हैं और उंगलियों को घुमा फिरा नहीं सकते। अधिक बड़े जूते बच्चों के पैरों के विकास हेतु ठीक नहीं। बच्चा भागते समय संतुलन सही नहीं बना सकता। त अपने लिए भी जूतों का सही आकार लें। चुभने वाले जूते या पंजों से नुकीले डिजाइन वाले जूते न खरीदें क्योंकि नुकीले जूते पैरों की उंगलियों पर कुप्रभाव डालते हैं। त जूतों के अंदर की लाइनिंग का भी ध्यान रखें। चमड़े के जूतों में अंदर भी चमड़ा हो। ऐसे जूते त्वचा के लिए अच्छे रहते हैं। त नए जूते शाम के समय खरीदने का प्रयास करें क्योंकि इस समय तक दिन भर चलने के बाद या काम करने के बाद पैर थोड़े फूल जाते हैं। ऐसे आप में जूतों का सही नाप खरीद सकते हैं। त चमड़े के जूते हमेशा अच्छी कंपनी के और अच्छी दुकान से खरीदें। त जूतों की खरीद के साथ उनकी उचित देखरेख भी आवश्यक है। समय समय पर जूतों की पॉलिश करते रहें। कहीं से थोड़े से भी टूट रहे हों तो समय पर मुरम्मत करवायें। जूतों को पानी आदि में मत भिगोयें। इससे चमड़ा सख्त हो सकता है। जूतों को धूप में मत रखें। जब इनका प्रयोग न करना हो तो इनमें पुराने अखबार के टुकड़े भरकर डिब्बे में रखें। जूते अपना आकार नहीं खोएंगे।