नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता रेखांकित करते हुए शुक्रवार को देश भर में महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से चलाई जाने वाली प्रमुख पहलों पर जोर दिया।
बजट सत्र की शुरुआत में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन’ के प्रभाव का जिक्र किया। इस मिशन के तहत 91 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) 10 करोड़ से अधिक महिलाओं को वित्तीय और सामाजिक सशक्तीकरण प्रदान कर रहे हैं।
मुर्मू ने कहा, “मेरी सरकार महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के माध्यम से राष्ट्र को सशक्त बनाने में दृढ़ता से विश्वास करती है।”
उन्होंने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ के महत्व का जिक्र किया, जो लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण सुनिश्चित करता है
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार का मुख्य ध्यान “लखपति दीदी” पहल पर है, जिसका उद्देश्य तीन करोड़ महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है।
उन्होंने कहा, “आज, 1.15 करोड़ से अधिक लखपति दीदी सम्मानजनक जीवन जी रही हैं। इनमें से लगभग 50 लाख तो पिछले छह महीनों में ही इस श्रेणी में शामिल हुई हैं।” ये महिलाएं अब उद्यमी के रूप में अपने परिवार की आय बढ़ाने में योगदान दे रही हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने वित्तीय समावेशन का विस्तार करने के सरकार के प्रयासों का तथा “सभी के लिए बीमा” दृष्टिकोण के तहत कुछ महीने पहले शुरू किए गए ‘बीमा सखी अभियान’ का भी उल्लेख किया।
उन्होंने दूरदराज के क्षेत्रों को वित्तीय प्रणाली से जोड़ने में बैंकिंग और डिजी-भुगतान सखियों के काम की सराहना की और कहा कि कृषि सखियां तथा पशु सखियां टिकाऊ खेती और पशुधन प्रबंधन को बढ़ावा दे रही हैं।
मुर्मू ने कहा कि ‘ड्रोन दीदी’ योजना के माध्यम से तकनीकी सशक्तिकरण को आगे बढ़ाया जा रहा है। यह योजना महिलाओं को विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग करने में सक्षम बना रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा और कॉर्पोरेट नेतृत्व में महिलाओं की बढ़ती भूमिका रेखांकित करते हुए, उन्होंने गर्व से कहा कि भारत की बेटियाँ अब लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं, पुलिस बल में शामिल हो रही हैं और व्यवसायों का नेतृत्व कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि महिला कैडेटों के लिए राष्ट्रीय सैन्य स्कूल और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खोलने के सरकार के फैसले ने रक्षा क्षेत्र में युवा लड़कियों के लिए अवसरों का और विस्तार किया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने वैश्विक मंच पर भारतीय खिलाड़ियों की उपलब्धियों की सराहना करते कहा, “हमारी बेटियाँ ओलंपिक में पदक जीतकर देश को गौरवान्वित कर रही हैं।”
उन्होंने संसद के माध्यम से देश की महिलाओं को हार्दिक बधाई देते हुए देश की प्रगति में उनके अमूल्य योगदान को रेखांकित किया।