मुंबई, नौ जनवरी (भाषा) भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने बृहस्पतिवार को भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी के खिलाफ अमेरिका में लगे आरोपों पर कुछ भी कहने से इनकार करते हुए कहा कि हमारे पास एक स्वतंत्र न्याय प्रणाली है।
गार्सेटी ने यह भी कहा कि यहां (भारत में) उद्योगपतियों और बड़ी कंपनियों के साथ हमारी बेहतर भागीदारी रही है और हम नए कारखानों, बंदरगाहों का प्रत्यक्ष रूप से वित्तपोषण कर रहे हैं।
यहां एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं के साथ अलग से बातचीत में गार्सेटी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में ‘अनंत संभावनाएं’ हैं। अमेरिकी राजदूत के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त होने वाला है।
भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी पर अमेरिका में लगे आरोपों के बारे में पूछे जाने पर गार्सेटी ने कहा, ‘‘मुझे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। हमारे पास एक स्वतंत्र आपराधिक न्याय प्रणाली है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां उद्योगपतियों और बड़ी कंपनियों के साथ हमारी बेहतर भागीदारी रही है और हम नए कारखानों, बंदरगाहों का प्रत्यक्ष रूप से वित्तपोषण कर रहे हैं।’’
उल्लेखनीय है कि अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी पर अमेरिकी अभियोजकों ने पिछले साल नवंबर में भारत में सौर बिजली अनुबंध हासिल करने के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर (लगभग 2,100 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने का आरोप लगाया था।
अमेरिकी अधिकारियों ने दो अलग-अलग मामलों में अदाणी पर रिश्वत देने और प्रतिभूति धोखाधड़ी के आरोप लगाये। इसमें न्यूयॉर्क की एक अदालत में अमेरिकी न्याय विभाग की तरफ से दायर एक आपराधिक मामला है। इसमें उनपर और उनके भतीजे सागर सहित सात अन्य लोगों पर महंगी सौर बिजली खरीदने को लेकर आंध्र प्रदेश समेत अन्य राज्यों के अधिकारियों को रिश्वित देने का आरोप लगाया गया है।
हालांकि, अदाणी समूह ने अमेरिकी अधिकारियों के रिश्वतखोरी के आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें निराधार बताया और कहा कि वह मामले में सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेगा।