महाकुम्भ: अदाणी समूह के साथ मिलकर इस्कॉन लाखों श्रद्धालुओं को परोस रहा भोजन

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महाकुम्भ नगर, 18 जनवरी (भाषा) महाकुम्भ मेले में पहली बार देश के दिग्गज कॉरपोरेट घराने अदाणी समूह का साथ पाकर इस्कॉन उत्साहित है और अब वह पहले की तुलना में कहीं अधिक क्षमता से श्रद्धालुओं को भोजन प्रसाद उपलब्ध करा रहा है।

यहां सेक्टर 19 में हर्षवर्धन मार्ग पर स्थित इस्कॉन के शिविर में धार्मिक संगठन के निदेशक (सीएसआर) मधुकांत दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि एक रसोई में एक सत्र में 30 से 35 हजार लोगों का खाना तैयार होता है। एक दिन में तीन सत्रों में कुल मिलाकर एक लाख से अधिक लोगों के लिए खाना तैयार किया जाता है।

उन्होंने बताया कि इस्कॉन का भोजन प्रसाद पूरी तरह से संतुलित है जिसमें दाल, छोले या राजमा, सब्जी और रोटी-चावल के साथ ही मीठे में हलवा या बूंदी के लड्डू शामिल हैं। ये भोजन मिट्टी के चूल्हे में लकड़ी और गोबर के कंडों की आग पर तैयार किए जाते हैं जिससे इनका स्वाद लाजवाब है।

दास ने बताया कि पूरे प्रयागराज में 40 केंद्रों पर भोजन प्रसाद वितरण किया जा रहा है जिनमें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और कई होल्डिंग एरिया शामिल हैं जहां मुख्य स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं की भीड़ को रोका जाता है।

उन्होंने बताया कि भोजन प्रसाद के वितरण के लिए 100 गाड़ियां लगाई गई हैं जिन्हें अदाणी समूह की तरफ से उपलब्ध कराया गया है। अदाणी समूह और इस्कॉन की ओर से तीन से साढ़े तीन हजार स्वयंसेवक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पूरी परियोजना पर्यावरण-अनुकूल है और 45 दिनों तक चलने वाले इस मेले में कहीं भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जा रहा है।

इस्कॉन के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अदाणी समूह का साथ मिलने से संगठन की भोजन प्रसाद वितरण की क्षमता आठ से 10 गुना बढ़ गई है।

अडाणी समूह के एक अधिकारी ने कहा कि महाकुम्भ मेले में सेवा देने को लेकर कंपनी के लोगों में भारी उत्साह है। सेवा देने के लिए कंपनी ने पोर्टल खोला और एक ही दिन में 4,000 लोगों ने आवेदन कर दिया। पोर्टल बंद करने पर कर्मचारियों ने हंगामा भी कर दिया। इसकी वजह यह है कि उनमें महाकुम्भ का हिस्सा बनने की तीव्र इच्छा है।

उन्होंने बताया कि अदाणी समूह की तरफ से कंपनी उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी भी कुंभ मेले में सेवा देने के लिए आ रहे हैं। कंपनी से 100-150 के बैच में कर्मचारी और अधिकारी सेवा देने आ रहे हैं।

दास ने बताया कि मेला और आसपास के क्षेत्रों में सफाई में लगे 15,000 कर्मचारियों को भी भोजन प्रसाद इस्कॉन द्वारा वितरित किया जा रहा है। इस्कॉन ने पूरे प्रयागराज में तीन रसोई घर स्थापित किए हैं जो रेलवे जंक्शन के पास खुशरोबाग, सेक्टर छह में नेत्रकुंभ और सेक्टर 19 में इस्कॉन मंदिर परिसर में स्थित हैं और यहीं से भोजन प्रसाद तैयार कर वितरित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पूरे भारत में इस्कॉन के 750 केंद्र हैं जहां कई गौशालाएं है। इन्हीं गौशालाओं से गोबर के कंडे यहां लाए गए हैं। हर कुंभ में इस्कॉन की भागीदारी को देखते हुए मेला से छह महीने पहले से गोबर के कंडे बनाने शुरू कर दिए जाते हैं।

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