नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लि. (इरेडा) ने नेपाल में 900 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना स्थापित करने के लिए एसजेवीएन, जीएमआर एनर्जी और नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) के साथ संयुक्त उद्यम समझौता किया है।
इरेडा, एसजेवीएन और जीएमआर एनर्जी के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में बृहस्पतिवार को यहां 900 मेगावाट की ऊपरी करनाली जलविद्युत परियोजना के लिए समझौते को अंतिम रूप दिया गया।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली इरेडा ने बयान में कहा, ‘‘उसने नेपाल में 900 मेगावाट की ऊपरी करनाली पनबिजली परियोजना के विकास के लिए एसजेवीएन लि., जीएमआर एनर्जी लि. और नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (एनईए) के साथ एक संयुक्त उद्यम समझौते को अंतिम रूप दिया है। इस रणनीतिक पहल का उद्देश्य क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करना और नवीकरणीय ऊर्जा विकास में तेजी लाना है।’’
संयुक्त उद्यम समझौता परियोजना के विकास, निर्माण, संचालन और रखरखाव के लिए एक व्यापक खाका तैयार करता है। परियोजना का विकास बनाओ, अपनाओ, चलाओ और सौंप दो (बीओओटी) मॉडल के तहत होगा।
इरेडा के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा, ‘‘यह समझौता क्षेत्र में स्वच्छ ऊर्जा विकास के हमारे सामूहिक दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जलविद्युत की विशाल क्षमता का लाभ उठाकर, ऊपरी करनाली परियोजना सीमा पार सहयोग के एक मॉडल के रूप में काम करेगी। इस परियोजना से आर्थिक और पर्यावरण दोनों लाभ मिलेगा।
इरेडा एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी है जो नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता से संबंधित परियोजनाओं के लिए कर्ज देती है।