अगर ‘साथिया’ फिर से रिलीज हुई तो सबसे पहले थिएटर जाकर देखूंगा : विवेक ओबेरॉय

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दावोस (स्विट्जरलैंड), फिल्मों को दोबारा रिलीज करने के बढ़ते चलन के बीच अभिनेता-उद्यमी विवेक ओबेरॉय ने कहा कि अगर उनकी 2002 में आई हिट फिल्म ‘साथिया’ फिर से रिलीज होती है तो वह थिएटर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति होंगे।

हाल में फिल्मों को दोबारा रिलीज करना एक नया चलन बन गया है और यह दर्शकों को आकर्षित भी कर रहा है। हाल के दिनों में कई ऐसी फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज हुई हैं, जिनमें से कुछ ने अपना पुराना गौरव हासिल किया जबकि कुछ ने पहले की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।

ओबेरॉय ने 2002 में राम गोपाल वर्मा की गैंगस्टर पृष्ठभूमि वाली हिट फिल्म ‘कंपनी’ के साथ शुरुआत की थी, लेकिन रानी मुखर्जी के साथ आई रोमांटिक-ड्रामा ‘साथिया’ से उन्होनें लोगों का अधिक ध्यान आकर्षित किया जो उसी साल रिलीज हुई थी। ‘साथिया’ का निर्देशन शाद अली ने किया था।

विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक से इतर ओबेरॉय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि उन्होंने हाल में मशहूर गीतकार और लेखक गुलजार से मुलाकात की और उन्हें बताया कि सिर्फ उनके गीतों की वजह से है कि लोग अब भी विवेक ओबेरॉय को ‘साथिया’ के लिए सबसे ज्यादा याद करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म के गाने सदाबहार हैं और मैं जहां भी जाता हूं, लोग मुझसे ‘साथिया’ के बारे में पूछते हैं।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या दर्शकों को उनकी हिट क्रिकेट आधारित वेब सीरीज ‘इनसाइड एज’ के नए सीजन की उम्मीद जल्द करनी चाहिए, इस पर उन्होंने कहा कि यह सवाल निर्माताओं और निर्देशक से पूछा जाना चाहिए।

ओबेरॉय ने कहा कि एक अभिनेता के तौर पर उन्हें बहुत प्यार मिला है और वह दर्शकों तथा अपने प्रशंसकों के प्यार के लिए हमेशा उनके आभारी रहेंगे।

उन्होंने कहा कि अब उनका ध्यान अपने काम का आनंद लेने पर है, जबकि वह उद्यमी के तौर पर अपने कामकाज को काफी समय दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि फिल्में अंतरराष्ट्रीय सहयोग में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।

ओबेरॉय ने कहा कि वह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और ड्रोन जैसे कई नए युग के क्षेत्रों में निवेश कर रहे हैं और वह इन क्षेत्रों के विकास को लेकर उत्साहित हैं, जबकि रियल एस्टेट भी पारंपरिक फोकस क्षेत्र बना हुआ है।

अभिनेता ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद यहां महाराष्ट्र मंडप में संबोधन दिया।

ओबेरॉय ‘वेब3 इन्वेस्टर गैदरिंग’ के लिए यहां आए थे, जहां उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि ‘वेब3’ किस तरह से पूंजी बाजार को बदल रहा है।

 

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