नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को वाहन कलपुर्जा उद्योग से इस क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाली मशीनों का विनिर्माण शुरू करने और आयात पर निर्भरता कम करने को कहा।
उन्होंने यहां वाहन प्रदर्शनी ‘भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025’ में कहा कि भारत में फिलहाल कलपुर्जा आयात कर रही कुछ वाहन कंपनियां प्रतिस्पर्धा से बाहर हो जाएंगी, क्योंकि घरेलू उत्पाद विदेशी उत्पादों की तुलना में अधिक प्रतिस्पर्धी हैं।
गोयल ने कहा, “बहुत सारी मशीनें अभी भी दुनिया के दूसरे हिस्सों से आ रही हैं। मशीन निर्माण में लग जाओ। हमें (मशीनों के लिए) अन्य देशों पर क्यों निर्भर रहना चाहिए?”
उन्होंने कहा कि भारत ने चार यूरोपीय देशों के ईएफटीए ब्लॉक के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए हैं और घरेलू कंपनियों को स्विट्जरलैंड की कंपनियों के साथ सहयोग करने पर विचार करना चाहिए, जिन्हें मशीन निर्माण में विशेषज्ञता हासिल है। स्विट्जरलैंड ईएफटीए का सदस्य है।
मंत्री ने कहा कि जो लोग भारतीय कलपुर्जों पर निर्भर नहीं हैं, वे भारतीय बाजारों में अपनी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त खो देंगे।
उन्होंने उद्योग से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कलपुर्जों का उत्पादन बढ़ाने का भी आग्रह किया क्योंकि इसमें अपार अवसर हैं।
गोयल ने कहा कि अफ्रीका, लातिन अमेरिका और पश्चिम एशिया जैसे क्षेत्रों में बहुत सारे अवसर हैं।
उन्होंने कहा, “हम इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की ओर कैसे बढ़ेंगे, इस पर पांच साल की कार्ययोजना बनाएं।”
वाहन कलपुर्जा उद्योग की प्रतिस्पर्धात्मकता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यदि उन्हें समान बाजार पहुंच मिल रही है तो यह क्षेत्र कभी भी किसी एफटीए में संरक्षण की मांग नहीं करेगा।