पणजी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शुक्रवार को तिलारी सिंचाई परियोजना नहर की क्षमता बढ़ाने को लेकर चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस परियोजना से तटीय राज्य की जल आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी।
यह नहर उत्तरी गोवा में महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित है।
सावंत ने राज्य के जल संसाधन मंत्री सुभाष शिरोडकर और अन्य अधिकारियों के साथ परियोजना स्थल का दौरा किया जहां नहर के पुनः निर्माण को लेकर कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि तिलारी परियोजना उत्तरी गोवा के बड़े हिस्से के लिए जीवन रेखा का काम करती है और 24 करोड़ लीटर प्रति दिन पानी की आपूर्ति करती है।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के जरिये पानी की आपूर्ति बढ़ाकर 50 करोड़ लीटर प्रति दिन करना है।
सावंत ने कहा कि सरकार ने 28 किलोमीटर लंबी नहर के पुनर्निर्माण और सुदृढ़ीकरण के लिए 128 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विश्वसनीय जलापूर्ति सुनिश्चित होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘नहर का आधा काम पूरा हो चुका है, जबकि बाकी काम निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। ’’
सावंत ने कहा कि इस परियोजना से प्रमुख पेयजल उपचार संयंत्रों – नदी के बाएं किनारे पर असोनोरा, गुइरिम और पिलेर्न तथा नदी के दाएं किनारे पर चंदेल, मोपा और धारगल – को निर्बाध जल आपूर्ति की गारंटी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अगले 25 वर्षों तक सुचारू एवं निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नहर एवं संबंधित बुनियादी ढांचे के रखरखाव एवं उन्नयन के लिए प्रतिबद्ध है।