नयी दिल्ली, तीन जनवरी (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में बुनियादी ढांचे का विकास और पर्यटन सुविधाएं बढ़ाना नरेन्द्र मोदी सरकार की प्राथमिकता है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, शाह ने यहां दिल्ली में द्वीप विकास एजेंसी (आईडीए) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह भी कहा कि केंद्र सरकार इन द्वीपों की संस्कृति और विरासत का संरक्षण करते हुए वहां विकास कार्यों को गति दे रही है।
विज्ञप्ति के अनुसार, गृह मंत्री ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में जारी विकास कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा, ‘‘ये द्वीप भले ही दिल्ली से दूर हैं लेकिन हमारे दिल के पास हैं, वहां के आधारभूत ढांचे का विकास और पर्यटन सुविधाएं बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है।’’
शाह ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों द्वीप समूहों में आधारभूत ढांचे के विकास से संबंधित परियोजनाओं पर समग्र दृष्टि से काम किया जाना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार के सभी संबंधित मंत्रालयों से अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में पर्यटन, व्यापार और अन्य क्षेत्रों से जुड़ीं परियोजनाओं पर मिलकर काम करने को कहा।
उन्होंने लंबित मुद्दे के समाधान और जारी परियोजनाओं को पूरा करने में तेजी लाने के लिए स्पष्ट निर्देश भी जारी किए।
शाह ने दोनों द्वीप समूहों में ‘पीएम सूर्य घर’ योजना के तहत सभी घरों में सौर ऊर्जा के पैनल लगाए जाने के महत्व का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में सोलर पैनलों और पवन चक्कियों के जरिये शत प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा हासिल करने का लक्ष्य होना चाहिए।
बैठक में, गृह मंत्रालय, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह प्रशासन और लक्षद्वीप प्रशासन ने दोनों द्वीप समूहों में डिजिटल और एयर कनेक्टिविटी तथा बंदरगाह विकास सहित अन्य विकास परियोजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल एडमिरल (सेवानिवृत) डी के जोशी, लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल, केन्द्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन सहित केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।