नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) कांग्रेस ने दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत होने पर बौद्ध स्थलों की मुफ्त तीर्थयात्रा कराने की शनिवार को घोषणा की।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली से कांग्रेस के पूर्व सांसद उदित राज ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में अभी बौद्ध स्थलों की तीर्थयात्रा के लिए कोई योजना नहीं है। उन्होंने घोषणा की कि राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस की सरकार बनने पर बौद्ध स्थलों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा शुरू की जाएगी।
राज ने कहा कि दिल्ली सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए तिरुपति, अयोध्या, वैष्णो देवी, बालाजी की तीर्थयात्रा की व्यवस्था अपने खर्च पर करती है।
उन्होंने सवाल किया, “ऐसे में सारनाथ, बोधगया, लुंबिनी, दीक्षाभूमि, महू जैसे बौद्ध स्थलों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा की कोई योजना क्यों नहीं है।”
राज ने कहा, “अगर दिल्ली में कांग्रेस सत्ता में आती है, तो हम कोई भेदभाव नहीं करेंगे और बौद्ध स्थलों के लिए भी मुफ्त तीर्थयात्रा की व्यवस्था करेंगे।”
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को देश के विभिन्न तीर्थस्थलों की मुफ्त तीर्थयात्रा की सुविधा देने के लिए 2019 में ‘मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना’ शुरू की थी। इस योजना के तहत अयोध्या, द्वारकाधीश, पुरी, वाराणसी, मां वैष्णो देवी धाम, अजमेर शरीफ, रामेश्वरम, शिरडी, तिरुपति बालाजी और अमृतसर सहित 15 धार्मिक स्थलों की मुफ्त तीर्थयात्रा कराई जाती है।
राज ने कहा कि इससे पहले कांग्रेस ने ‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया था और पूछा था कि उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं और रविदास एवं वाल्मीकि मंदिरों के पुजारियों के लिए 18,000 रुपये की सम्मान राशि की घोषणा क्यों नहीं की।
केजरीवाल ने 30 दिसंबर को घोषणा की थी कि अगर दिल्ली में ‘आप’ की सत्ता बरकरार रहती है, तो पार्टी ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’ के तहत मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारे के ग्रंथियों को 18,000 रुपये की मासिक सम्मान राशि देगी।
दिल्ली की 70-सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव पांच फरवरी को होंगे, जबकि वोटों की गिनती आठ फरवरी को की जाएगी।