बेलगावी (कर्नाटक), कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि महात्मा गांधी एक प्रखर हिंदू थे और कांग्रेस ‘‘गांधी के हिंदुत्व’’ में विश्वास करती है।
सिद्धरमैया ने बेलगावी में ‘सुवर्ण विधान सौध’ के सामने महात्मा गांधी की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर कहा, ‘‘भाजपा ने हमेशा महात्मा गांधी को हिंदू विरोधी के रूप में पेश किया, लेकिन लोगों को समझना चाहिए कि यह 100 प्रतिशत झूठ है।’’
‘सुवर्ण विधान सौध’ कर्नाटक विधानमंडल का भवन है जहां साल में एक बार सत्र का आयोजन होता है।
महात्मा गांधी की प्रतिमा के अनावरण के कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राज्य के उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला तथा पार्टी के कई अन्य पदाधिकारी, मंत्री, सांसद और विधायकों ने भाग लिया।
यह कांग्रेस के 1924 के बेलगावी अधिवेशन के 100 साल पूरा होने के मौके पर आयोजित किया गया था। उस सत्र में महात्मा गांधी पहली और आखिरी बार कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी हमेशा भगवान राम का नाम लेते थे। जब नाथूराम गोडसे ने उनकी हत्या की, तो उन्होंने ‘हे राम’ कहा था…वह एक प्रखर हिंदू थे।’’
उनके अनुसार, महात्मा गांधी कभी भी हिंदू आस्था के ख़िलाफ़ नहीं थे बल्कि वह हिंदू धर्म में सुधार लाना चाहते थे। वह हमेशा हिंदू और मुसलमानों को भाइयों की तरह रहते हुए देखना चाहते थे।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘हम महात्मा गांधी के हिंदुत्व में विश्वास करते हैं और वे (भाजपा) समाज को विभाजित करने में विश्वास करते हैं। वे मनुवादी हैं। हम भारतीय संविधान में विश्वास करते हैं और भाजपा कांग्रेस की विचारधारा के खिलाफ है। इसलिए हमें संविधान की रक्षा करनी चाहिए और लोकतंत्र को बचाना चाहिए।’’
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा पिछले कई सालों से संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।