नयी दिल्ली, आठ जनवरी (भाषा) ब्रिटेन की बीपी पीएलसी ने सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के विशाल मुंबई हाई तेल एवं गैस क्षेत्र के लिए बोली जीत ली है। इसके लिए बीपी ने 10 वर्ष की अवधि में कच्चे तेल का उत्पादन 44 प्रतिशत तथा प्राकृतिक गैस का उत्पादन 89 प्रतिशत तक बढ़ाने की पेशकश की है, जिससे इस पुराने क्षेत्र का भाग्य बदलने की संभावना है।
ओएनजीसी ने कहा, “बोली मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद क्षेत्र में उत्पादन बढ़ाने के लिए ब्रिटेन की बीपी पीएलसी की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी की अनुषंगी कंपनी बीपी एक्सप्लोरेशन (अल्फा) लिमिटेड को तकनीकी सेवा प्रदाता (टीएसपी) के रूप में चुना गया है।”
ओएनजीसी ने बुधवार को शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि उसने पिछले साल जून में अपने प्रमुख मुंबई हाई क्षेत्र में घटते उत्पादन को रोकने के लिए विदेशी साझेदारों की तलाश में एक निविदा जारी की थी। इसमें वृद्धिशील उत्पादन से होने वाली आय में हिस्सेदारी और एक निश्चित शुल्क की पेशकश की गई थी। हालांकि, इसमें कोई शेयर हिस्सेदारी नहीं दी गई थी।
बीपी और रॉयल डच शेल ने सितंबर में निविदा की समाप्ति पर आशय पत्र (ईओआई) प्रस्तुत किया था।
हालांकि, शेल ने अंतिम कीमत बोली नहीं लगाई, जिसमें वृद्धिशील उत्पादन और उससे मांगी गई राजस्व हिस्सेदारी का विवरण था। बीपी एकमात्र फर्म थी जिसने बोली लगाई थी।
ओएनजीसी ने कहा, “बोली मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद बीपी एक्सप्लोरेशन (अल्फा) लिमिटेड को टीएसपी के रूप में चुना गया है।”
उसने कहा, “टीएसपी क्षेत्र के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी और मुंबई हाई क्षेत्र से उत्पादन बढ़ाने के लिए जलाशय, सुविधाओं और कुओं में सुधार की पहचान करेगी। टीएसपी ने 10 साल की अनुबंध अवधि में औसत मासिक उत्पादन स्तर (प्राकृतिक गिरावट के साथ प्रतिष्ठित तृतीय-पक्ष द्वारा सत्यापित उत्पादन अनुमान) से तेल और तेल समकक्ष गैस उत्पादन (60 प्रतिशत तक) में पर्याप्त वृद्धि का संकेत दिया है।”
बीपी के पास नतीजे यानी तय औसत मासिक उत्पादन से ज़्यादा उत्पादन दिखाने के लिए दो साल हैं। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि बीपी ने अगले छह महीनों में नतीजे देने का भरोसा जताया है।
क्षेत्र से फिलहाल प्रतिदिन लगभग 1,32,265 बैरल तेल और लगभग 13 अरब घनमीटर गैस (प्रतिदिन एक करोड़ मानक घनमीटर या एमएमएससीएमडी से कम) का उत्पादन होता है।
अनुमान है कि 2037-38 तक यह उत्पादन घटकर लगभग 75,000 बीपीडी तेल और 4.5 एमएमएससीएमडी गैस रह जाएगा।
ओएनजीसी ने कहा कि उसने एक जून, 2024 को मुंबई हाई क्षेत्र के लिए टीएसपी को नियुक्त करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली (आईसीबी) निविदा जारी की थी। इसमें जटिल परिपक्व जलाशयों के प्रबंधन और उन्नत पुनर्प्राप्ति प्रौद्योगिकियों और सर्वोत्तम परिचालन प्रथाओं को लागू करने में विशेषज्ञता मांगी गई थी।
इस आईसीबी निविदा के माध्यम से, कंपनी ने सिद्ध तकनीकी विशेषज्ञता, वित्तीय ताकत और इसी तरह की परियोजनाओं में अच्छे रिकॉर्ड वाली अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से बोलियां आमंत्रित कीं।
निविदा दस्तावेज के अनुसार, ओएनजीसी ने कम से कम 75 अरब डॉलर के वार्षिक राजस्व वाली कंपनियों से बोलियां मांगी थीं।
बीपी ने एक बयान में पुष्टि की है कि उसे मुंबई हाई का उत्पादन बढ़ाने की परियोजना के लिए टीएसपी के रूप में चुना गया है।
बीपी के कार्यकारी उपाध्यक्ष (गैस और निम्न कार्बन ऊर्जा) विलियम लिन ने कहा, “हमें खुशी है कि ओएनजीसी ने हमें मुंबई हाई के लिए तकनीकी सेवा प्रदाता के रूप में चुना है। हम दुनियाभर के प्रमुख परिपक्व क्षेत्रों से प्रदर्शन और प्राप्ति को अनुकूलतम बनाने के अपने लंबे अनुभव को सामने लाने के लिए तत्पर हैं, ताकि भारत के सबसे बड़े तेल और गैस क्षेत्र मुंबई हाई से उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिल सके।”