नयी दिल्ली, नौ जनवरी (भाषा) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि देश में कुछ पूंजीपतियों का बैंकिंग प्रणाली पर नियंत्रण है और उन्हें हजारों करोड़ रुपये का ऋण मिल जाता है लेकिन युवा उद्यमियों को उचित धन नहीं मिल पाता।
राहुल गांधी ने दुग्ध उत्पादों के मशहूर ब्रैंड ‘केवेंटर्स’ के एक स्थानीय स्टोर का दौरा किया और इसके प्रवर्तकों, प्रबंधकों और कर्मचारियों के साथ बातचीत की। उन्होंने इस बातचीत का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किया।
उन्होंने वीडियो में कहा, ‘‘हमारा विचार है कि भारत में मूल रूप में दो तरह के व्यवसाय हैं। एक तो एकाधिकार वाले राजनीतिक व्यवसाय हैं और दूसरी तरफ ऐसे व्यवसाय हैं जो वास्तविक हैं जो मुश्किल स्थिति में भी कुछ बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं युवाओं से पूछता था कि आप क्या बनना चाहते हैं। सब लोग इंजीनियर, डॉक्टर बनने की बात करते थे। किसी ने नहीं कहा कि आईसक्रीम का स्टोर खोलना है या उद्यमी बनना है। हमारा सिस्टम भी उन्हें इस दिशा में जाने के लिए प्रेरित नहीं करता, यह बच्चों को नहीं बताता कि ये सब भी विकल्प हैं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘हमारी बैंकिंग प्रणाली पूरी तरह से अमीरों के नियंत्रण में हैं। उन्हें हजारों करोड़ रुपया मिल जाता है, लेकिन आपमें से कोई कुछ करना चाहता है तो धन मिलना बहुत मश्किल है।’’
राहुल गांधी ने ‘केवेंटर्स स्टोर’ के अपने दौरे का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मेरे लिए यह बातचीत सिर्फ उनकी कहानी के बारे में नहीं थी, बल्कि यह देखने का एक मौका भी थी कि कैसे केवेंटर्स जैसे ईमानदार व्यवसाय भारत की उद्यमशीलता की भावना को नया आकार दे रहे हैं।’’