हमेशा से नारी सौंदर्य को चार चांद लगाने में बालों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। और यही कारण है कि आज बदलते युग में बालों को सौंदर्य का प्रतीक समझा जाता है। आज भी रेशमी जुल्फों के कसीदे पढ़े जाते हैं। आज भी काले घने लम्बे, लहराते बाल सबको बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं इसलिए जरूरी है कि बालों की सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखा जायें। बालों से ही सम्बन्धित अनेक समस्याओं में ऑयली बालों की समस्या भी एक आम समस्या है। ऑयली बाल रूसी की समस्या को भी उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्कैल्प में अधिक मात्रा में सीबम बनने के कारण ऑयली बाल शैंपू करने के उपरांत भी चिपचिपे और ऑयली दिखते हैं जो देखने में बहुत बुरे लगते हैं। ऑयली बालों में कोई हेयर स्टाइल भी नहीं बन पाता इसलिए आवश्यक है तैलीय बालों की समस्या का समाधान किया जाये।
*क्या करें ?*
● सर्वप्रथम सिर की त्वचा को साफ़ रखा जाये इसके लिए एक दिन छोड़कर बालों को वॉश करें।
● ऑयली बालों को शुष्कता देने के लिए लेमन शैंपू का प्रयोग करें या फिर बालों को धोने के लिए लेमन के जूस को पानी में मिला कर बालों को धोयें ऐसा करने से भी ऑयली हेयर की समस्या का समाधान होता है।
● ऑयली बालों पर कंडीशनर सदैव बालों के नीचे छोरों पर करें।
● मेहंदी का प्रयोग भी इस समस्या के समाधान के लिए उपयोगी उपाय है, मेहंदी बालों को अधिक ऑयली होने से बचाती है।
●बालों को धोने के लिए हल्के गुनगुने पानी का प्रयोग करें।
●नींबू मिले पानी से बालों को धोना भी बालों की ऑयली समस्या का समाधान करता है।
●ऑयली बालों में सदैव हल्के तेल का प्रयोग करें,सरसों के तेल का प्रयोग न करें ये आपके बालों को और ऑयली और चिपचिपा बना सकता है।
●अंडे की सफेदी का हेयर मास्क लगाना भी बालों के ऑयल को कम करता है और बालों को पोषण और मज़बूती प्दान करता है।
● नीम की पत्तियों का पेस्ट बालों में लगाने से भी बालों की तैलीयता की समस्या का समाधान होता है।
● बेसन से बालों को धोना भी उपयोगी रहता है।
● बालों को साफ रखने के लिए उन में अच्छी तरह कंघी करें। ध्यान रहे, जरूरत से ज्यादा कंघी भी बालों को नुकसान पहुंचाती है।
● बालों में स्थायी चमक व मजबूती के लिए अपने आहार पर खास ध्यान दें। पौष्टिक आहार से बालों की जड़ों को अंदर से पोषण मिलता है। ताजे फल, हरी सब्जियां व प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में लें।
●बालों में चमक लाने के लिए विटामिन ई युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें व सिर की तेल से मालिश करें।