मुंबई, 18 दिसंबर (भाषा) विदेशी कोषों की निकासी के बीच उपयोगिता, पूंजीगत उत्पाद और धातु शेयरों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार बुधवार को लगातार तीसरे दिन गिरकर बंद हुए। सेंसेक्स 500 से अधिक अंक टूट गया, जबकि निफ्टी 24,200 अंक के स्तर से नीचे आ गया।
कारोबारियों ने कहा कि नीतिगत ब्याज दर में कटौती पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व का फैसला आने के पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया जिससे कारोबारी धारणा पर असर पड़ा।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 502.25 अंक यानी 0.62 प्रतिशत गिरकर 80,182.20 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 634.38 अंक लुढ़ककर 80,050.07 अंक पर आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी 137.15 अंक यानी 0.56 प्रतिशत गिरकर 24,198.85 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में से टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और बजाज फाइनेंस में प्रमुख रूप से गिरावट रही।
इसके उलट, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), रिलायंस इंडस्ट्रीज, टेक महिंद्रा और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘ऊंचे स्तर पर विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली से बाजार की अल्पावधि संरचना कमजोर हो गई है। एफआईआई की भारी बिकवाली से संकेत मिलता है कि बाजार में उछाल आने पर और अधिक बिकवाली होगी।’’
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने मंगलवार को 6,409.86 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी, चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही, जबकि जापान का निक्की गिरकर बंद हुआ।
यूरोप के अधिकांश बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही थी।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.48 प्रतिशत बढ़कर 73.67 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 1,064.12 अंक गिरकर 80,684.45 अंक पर और एनएसई निफ्टी 332.25 अंक घटकर 24,336 अंक पर बंद हुआ था।