नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर जायेंगे, जहां वह भारतीय नौसेना के एक स्टील्थ युद्धपोत का जलावतरण देखेंगे और अपने रूसी समकक्ष आंद्रे बेलौसोव के साथ सैन्य साजोसामान के सह-उत्पादन में द्विपक्षीय सहयोग के विस्तार पर बातचीत करेंगे।
रूस निर्मित बहु-भूमिका स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तुशील को सोमवार को तटीय शहर कलिनिनग्राद में जलावतरण किया जाएगा।
दुनिया भर में तकनीकी रूप से सबसे उन्नत फ्रिगेट में से एक माने जाने वाले इस युद्धपोत से हिंद महासागर में भारतीय नौसेना की परिचालन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां चीन की बढ़ती गतिविधियां देखी गई हैं। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी जलावतरण समारोह में सिंह के साथ रहेंगे।
शनिवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि रक्षा मंत्री सिंह 8 से 10 दिसंबर तक रूस की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे।
इसमें कहा गया है कि सिंह और बेलौसोव 10 दिसंबर को मॉस्को में सैन्य और सैन्य तकनीकी सहयोग पर भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग (आईआरआईजीसी-एमएंडएमटीसी) की 21वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।
रक्षा मंत्री की रूस यात्रा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मॉस्को यात्रा और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के पांच महीने बाद हो रही है।
वार्ता में दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और मजबूत करने का निर्णय लिया।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक सिंह और बेलौसोव रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा करेंगे, जिसमें सैन्य एवं औद्योगिक सहयोग शामिल है।
इसमें कहा गया है, ‘‘वे आपसी हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।’’
सिंह की यात्रा की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि सैन्य साजोसामान के सह-उत्पादन में भारत-रूस सहयोग दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत में प्रमुखता से शामिल होगा।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘यात्रा के तहत रक्षा मंत्री नौ दिसंबर को कलिनिनग्राद के यंत्र शिपयार्ड में नवीनतम बहु-भूमिका वाले स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट ‘‘आईएनएस तुशील’’ को भारतीय नौसेना में शामिल करेंगे।’’
इसमें कहा गया है कि सिंह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मारे गए सोवियत सैनिकों के सम्मान में मॉस्को में ‘अज्ञात सैनिक की समाधि’ पर श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगे।
उनका मॉस्को में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करने का भी कार्यक्रम है।