एडिलेड, 10 दिसंबर (भाषा) महान विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि भारत के खिलाफ पर्थ टेस्ट में हार के बाद हुई आलोचना से ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी स्तब्ध’ थे, लेकिन कप्तान पैट कमिंस की नियंत्रित आक्रामकता के दम पर वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ वापसी करने में सफल रहा।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) के पर्थ में खेले गये शुरुआती टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद टीम को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। आस्ट्रेलिया ने गुलाबी गेंद से खेले गये दूसरे मैच को 10 विकेट से जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला को 1-1 से बराबर किया।
गिलक्रिस्ट ने ‘फॉक्स क्रिकेट’ से कहा, ‘‘आप उनके (कमिंस) जश्न से देख सकते हैं कि… उन्होंने जो भी विकेट लिया वह अपने जश्न में अधिक आक्रामक दिख रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा नहीं है कि उन्होंने बहुत खराब प्रदर्शन किया लेकिन पर्थ में हार के बाद खिलाड़ियों को थोड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था और इससे वे बहुत निराश हुए होंगे।’’
इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘‘तो यह (एडिलेड में जश्न का तरीका) आपको दिखाता है कि उनके लिए इसके क्या मायने है। वे जानते थे कि वे उस स्तर पर वापस आ गए हैं जिस स्तर पर वे अपना क्रिकेट खेलना चाहते हैं।’’
पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज ने कहा कि पर्थ में खराब प्रदर्शन के बाद ऐसा लगा कि कप्तान ने ‘ खिलाड़ियों में जोश भरने के लिए कुछ काम’ किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘कमिंस शानदार थे। वह ऐसा लग रहा था जैसे पर्थ के बाद उन्होंने खिलाड़ियों में जोश और जज्बा भरा। इसलिए यह देखना बहुत बढ़िया था।’’
गुलाबी गेंद टेस्ट में कमिंस, मिशेल स्टार्क और स्कॉट बोलैंड की तेज गेंदबाजी तिकड़ी के शानदार प्रदर्शन के कारण अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन ने इस मैच में सिर्फ एक ओवर किया। इस दिन रात्रि टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के लिए तेज गेंदबाजों ने सभी 20 विकेट झटके।