मेलबर्न, 30 दिसंबर (भाषा) यशस्वी जायसवाल के साथ शानदार साझेदारी करने के बाद आक्रामक शॉट पर अपना विकेट गंवाने वाले ऋषभ पंत से भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सोमवार को कहा कि उन्हें ‘यह समझना होगा कि उनके लिए क्या जरूरी है’।
जायसवाल और पंत जब क्रीज पर मौजूद थे तब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था लेकिन पंत ने दिन के आखिरी सत्र में कामचलाऊ स्पिनर ट्रेविस हेड के खिलाफ आक्रामक शॉट खेला और लांग ऑन पर पर कैच देकर पवेलियन लौटे। उनके आउट होने ही भारतीय पारी लड़खड़ा गयी और ऑस्ट्रेलिया ने 184 रन की जीत के साथ श्रृंखला में 2-1 की बढ़त कायम कर ली।
पंत इस मैच की पहली पारी में भी गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए थे। दोनों पारियों में उनके विकेट के ऑस्ट्रेलिया को मैच पर पकड़ बनाने का मौका मिल गया। पहली पारी में स्कॉट बोलैंड की गेंद पर उनके लैप शॉट खेल कर उनके आउट होने को कमेंट्री कर रहे पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने बेवकूफाना करार दिया था।
पंत ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर भारत की जीत के नायक रहे थे लेकिन मौजूदा दौरे पर वह लगातार गैरजिम्मेदराना शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा रहे हैं।
रोहित से मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में जब सोमवार को पंत के आउट होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में पूछा, ‘‘ आज ? (या) उस दिन।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ आज के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है। हम अभी मैच हारे है और हर कोई इस बात से निराश है। हमने निश्चित रूप से इस परिणाम के बारे में नहीं सोचा था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ पंत को यह समझने की जरूरत है कि उसके लिए क्या जरूरी है। हम में से किसी को उसे बताने की जरूरत से ज्यादा उसे खुद ही इन चीजों को समझने की जरूरत है।’’
कप्तान ने स्वीकार किया कि पंत की आक्रामक बल्लेबाजी ने अतीत में टीम को बड़ी सफलता दिलाई है, लेकिन वह चाहते हैं कि यह विकेटकीपर बल्लेबाज आक्रामक और रक्षात्मक खेल में संतुलन बनाए रखें।
उन्होंने कहा, ‘‘यह परिस्थितियों के बारे में भी है। आपको खेल की स्थिति के मुताबिक जोखिम के बारे में सोचना होगा। आपको सोचना होगा कि क्या आप प्रतिद्वंद्वी को मैच में वापसी करने का मौका देना चाहते हैं। यह ऐसी चीजें हैं जो उसे खुद समझने की जरूरत है।’’
रोहित ने कहा कि वह पंत को लंबे समय से जानते हैं और उनसे इस बारे में कई बार बातचीत हो चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पंत से बातचीत को लेकर यह नहीं कह सकता कि मैंने उससे बातचीत नहीं की है या वह यह नहीं समझता कि टीम को उससे क्या अपेक्षा है। क्या करना है और क्या नहीं करना है इसके बीच में एक बहुत ही महीन रेखा है।’’
भारतीय टीम पांच मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पीछे चल रही है। श्रृंखला का पांचवां टेस्ट मैच तीन जनवरी से शुरू होगा।
रोहित ने इसके साथ ही शुभमन गिल को इस मैच की एकादश से बाहर किये जाने के फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा कि यह उनका अकेले का फैसला नहीं था और टीम को गेंदबाजी में अधिक विकल्प की जरूरत महसूस हुई थी।
गिल एडीलेड में गुलाबी गेंद से खेले गये टेस्ट मैच में टीम के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज साबित हुए थे।
रोहित ने कहा, ‘‘ मेरी गिल से बात हुई है। जब आपके पास किसी को बाहर करने के अलावा कोई और विकल्प ना हो तो आप बातचीत करेंगे। उनसे बातचीत में यह साफ किया गया कि उन्हें बाहर नहीं किया गया है। हम गेंदबाजी में अतिरिक्त सहायता चाहते थे।’’
रोहित ने कहा, ‘‘ इसके साथ ही हम बल्लेबाजी में गहराई देना चाहते थे। हमारे पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण भी था जो 20 विकेट ले सके।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘बेशक, हर किसी को यह समझना होगा क्योंकि हम व्यक्तिगत निर्णय नहीं लेते हैं। टीम के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रख कर फैसले लेने होते है।’’