नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे को लेकर बृहस्पतिवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग दोहराई।
कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कुछ अन्य दलों के सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए और जवाबदेही तय किए जाने की मांग की।
विपक्षी सांसदों ने बृहस्पतिवार को संसद भवन के ‘मकर द्वार’ से थोड़ी दूरी पर एकत्र होकर प्रदर्शन किया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी तथा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
संसद परिसर में विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन में कहा था कि सदस्यों को संसद के प्रवेश द्वार को अवरुद्ध नहीं करना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन में बृहस्पतिवार को शामिल हुए कांग्रेस सदस्यों ने जैकेट पहन रखी थी जिसके पीछे ‘मोदी अदाणी एक हैं, अदाणी सेफ हैं’ लिखा हुआ था।
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘अमेरिकी अदालत ने कह दिया है कि भारत में भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन सरकार संसद में चर्चा करने को तैयार नहीं हैं। अदाणी का नाम लेने पर हमारा मुंह बंद करा दिया जाता है। इसलिए हम विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।’’
रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों में अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी और कंपनी के अन्य अधिकारियों पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा अभियोग लगाए जाने के बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल संयुक्त संसदीय समिति से आरोपों की जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में इस मामले को लेकर उद्योगपति गौतम अदाणी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी।