नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) रेहड़ी-पटरी वालों जैसे छोटे कारोबारियों को अब मुथूट फिनकॉर्प वन से पांच लाख रुपये तक का ऋण सिर्फ क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर उनके दैनिक लेनदेन के आधार पर मिल सकता है।
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) ने बयान में कहा कि एक रणनीतिक व्यावसायिक इकाई और मुथूट फिनकॉर्प लिमिटेड (एमएफएल) का डिजिटल मंच मुथूट फिनकॉर्प वन उन सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) को दैनिक पुनर्भुगतान विकल्पों के साथ ऋण प्रदान करेगा जो दैनिक लेनदेन के लिए क्यूआर-कोड आधारित ऐप का इस्तेमाल करते हैं।
यह छोटे व्यवसायों के लिए ‘नए क्रेडिट मूल्यांकन मॉडल’ के अनुरूप है, जिसकी घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को अपने बजट भाषण में की थी।
मॉडल के तहत, बैंकों को छोटे व्यवसायों का मूल्यांकन उनके ‘डिजिटल फुटप्रिंट्स’ के आधार पर करना है न कि उनके बही-खाते के आधार पर।
मुथूट फिनकॉर्प वन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) चंदन खेतान ने बताया कि भारत में करीब छह करोड़ अनौपचारिक सूक्ष्म उद्यम (आईएमई) हैं। यह देश में सबसे बड़े रोजगार सृजनकर्ताओं में से एक है और देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ क्यूआर-कोड आधारित ऋण कार्यक्रम का मकसद ऐसे आईएमई को ऋण सुलभ बनाना है, जो परंपरागत रूप से औपचारिक वित्त तक पहुंचने में बाधाओं का सामना करते हैं। यह उत्पाद उनकी दैनिक व्यावसायिक आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया गया है, जो स्थायी वृद्धि को सक्षम बनाता है। डिजिटल नकदी प्रवाह डेटा के साथ ऋण पहुंच को संरेखित कर हम एमएसएमई को वित्तीय मजबूती के लिए एक नया रास्ता प्रदान कर रहे हैं।’’