गलतियां हुई हैं लेकिन आखिरी मैच में बेहतर प्रदर्शन करेंगे : रिचा घोष

Richa-Ghosh-horoscope

ब्रिसबेन, आठ दिसंबर (भाषा) आस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दूसरे वनडे में 122 रन से मिली हार के बाद भारतीय बल्लेबाज रिचा घोष ने स्वीकार किया कि टीम से फील्डिंग में खास तौर पर गलतियां हुई है लेकिन पर्थ में आखिरी मैच में इससे सबक लेकर बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 371 रन का विशाल स्कोर बनाया जिसके जवाब में भारतीय टीम 45.5 ओवर में 249 रन पर आउट हो गई। इससे पहले शुरूआती मैच में भारतीय टीम सौ रन ही बना सकी थी।

स्मृति मंधाना के साथ पारी की शुरूआत करने उतरी घोष ने 72 गेंद में 54 रन की पारी खेली लेकिन क्रीज पर जमने के बाद वह स्पिनर अलाना किंग की गेंद पर बोल्ड हो गई ।

उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘ मुझे मैच से पहले ही पता चला कि पारी की शुरूआत करना है। मैं हमेशा हर क्रम पर खेलने के लिये मानसिक तौर पर तैयार रहती हूं और मेरा काम टीम के लिये योगदान देना ही रहता है। जो मुझे आता है, वह मैदान पर देना चाहती हूं।’’

कप्तान हरमनप्रीत कौर और घोष ने तीसरे विकेट के लिये 66 रन की साझेदारी की और एक समय लग रहा था कि मैच में भारत की वापसी हो जायेगी लेकिन घोष के विकेट के बाद भारतीय टीम को बड़ी साझेदारी नहीं मिल सकी ।

इस साझेदारी के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘हैरी दीदी (हरमनप्रीत) के साथ साझेदारी अच्छी चल रही थी। हम यही बात कर रहे थे कि एक दो रन लेने के साथ चौके लगाने हैं और रनगति आगे बढानी है। लेकिन आस्ट्रेलिया ने अच्छी गेंदबाजी की।’

भारतीय खिलाड़ियों ने कुछ कैच टपकाने के साथ फील्डिंग में काफी अतिरिक्त रन दिये लेकिन रिचा ने इस हार के लिये खराब क्षेत्ररक्षण को जिम्मेदार ठहराने से इनकार किया।

उन्होंने कहा, ‘‘पहले मैच में हम रन नहीं बना सके थे लेकिन फील्डिंग और गेंदबाजी शानदार थी। यहां बल्लेबाजों ने अच्छा खेला तो बाकी विभाग में हम चूक गए लेकिन एक दिन के खराब खेल से उन्हें बुरा नहीं कह सकते । गलतियां हुई है लेकिन हम सुधारकर बेहतर करने की कोशिश करेंगे। हम इस मैच से सबक लेकर अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन करेंगे और जीतकर लौटेंगे । ’’

होबार्ट हरीकेंस के लिये महिला बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) खेल चुकी इक्कीस वर्ष की इस खिलाड़ी ने कहा ,‘‘ महिला बिग बैश लीग में खेलने से आस्ट्रेलिया के हालात में खेलने का अनुभव था जिससे मदद मिली। पहला मैच भी यही खेला था जिससे इस मैच में पता था कि गेंद बल्ले पर कैसे आयेगी और किस तरह से खेलना है ।’’

टी20 विश्व कप में अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी घोष ने कहा कि उन्होंने अपनी प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया है ।

उन्होंने कहा, ‘‘मैने कोई बदलाव नहीं किया। रन नहीं बन रहे तब भी प्रक्रिया यही रखी थी। आक्रामकता मेरी शैली है और मुझे गेंदबाज पर दबाव बनाना अच्छा लगता है। मैं अच्छे शॉट खेलना पसंद करती हूं जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है ।’’