लखनऊ, 26 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा प्रमुख मायावती ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर बी आर आंबेडकर तथा उनके अनुयायियों का तिरस्कार करने और पूंजीपतियों का सहयोग करने का आरोप लगाया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मायावती ने कहा, “कांग्रेस पार्टी का चरित्र दोहरा है। वह पूंजीपतियों का विरोध कर संसद अवरुद्ध करती है, लेकिन उन्हीं धन्नासेठों से धन लेकर पार्टी चलाती है और सरकार बनने पर उन्हें लाभ पहुंचाती है जो इनकी राज्य सरकारों के क्रियाकलापों से स्पष्ट है।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस आंबेडकर के मामले में उनका और उनके अनुयायियों की उपेक्षा और तिरस्कार करती है, लेकिन उनके वोट के स्वार्थ के खातिर किस्म-किस्म की छलावापूर्ण राजनीति भी करती है जिससे लोगों को हमेशा ही सावधान रहने की जरूरत है।”
मायावती ने कहा, “देश की अधिकतर पार्टियां बड़े-बड़े पूंजीपतियों के धनबल के सहारे अपनी राजनीतिक गतिविधियां करती हैं और चुनाव लड़ती है, जैसा कि 2023-24 में इनको मिले अकूत धन के आंकड़ों से साबित है।”
बसपा प्रमुख ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 2023-24 में भाजपा को पहले, बीआरएस को दूसरे और कांग्रेस को तीसरे नंबर पर करोड़ों अरबों रुपये का चंदा मिला है, जबकि बसपा ही एक ऐसी पार्टी है जो अपने गरीब कार्यकर्ताओं के खून पसीने की कमाई पर ही निर्भर रहती है।