नाखून भी शरीर के आवश्यक अंगों में से एक अंग होता है। उचित देखभाल के अभाव में नाखून रोगग्रस्त हो जाते हैं। नाखून सौन्दर्य के सूचक भी होते हैं और अनेक बीमारियों के बोधक भी वे होते हैं। चिकित्सा में कई रोगों का निदान तो सिर्फ नाखूनों को देखकर ही किया जा सकता है।
लौह की कमी से उत्पन्न रक्ताल्पता में हाथ के नाखून चमचाकार हो जाते हैं। पीलिया (जोण्डिस) होने पर नाखून पीले पड़ जाते हैं। हृदय रोगों और रक्तसंचार में उत्पन्न अवरोध की अवस्था में नाखूनों का रंग नीला पड़ जाता है।
इसके अलावा कैल्शियम और आयरन भी स्वस्थ नाखूनों के निर्माण में अहम् भूमिका निभाते हैं। आहार में उक्त पोषक तत्वों की लगातार कमी रहने के कारण नाखून भुरभुरे होकर कमजोर हो जाते हैं।
बढ़ती उम्र में अधिकांश लोगों में नाखूनों के पतले और भुरभुरे पड़ने के लक्षण मिलते हैं। इसकी वजह उम्र बढ़ने के साथ-साथ केरोटिन का कमजोर एवं पतला पड़ जाना है।
आजकल नाखून बढ़ाना फैशन का रूप अख्तियार कर चुका है लेकिन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सप्ताह में एक बार नाखूनों को काटना बेहतर रहता है। अगर आप नाखून बढ़ाने के फैशन में शामिल ही हैं तो आपको इनकी सफाई और देखभाल पर ज्यादा ध्यान देना होगा।
नाखूनों को स्वस्थ व सुन्दर रखने के लिए निम्नांकित बातों पर ध्यान देना आवश्यक है-
आहार में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, विटामिन ‘ए‘ एवं ‘सी‘ पर्याप्त मात्रा में लेना चाहिए। इसके लिए दूध, सोयाबीन, अंडे, दाल, रसदार फलों-पत्तों वाले सागों का प्रचुरता से सेवन करना चाहिए।
घटिया तरह के वाशिंग पाउडर, डिटर्जेण्ट आदि नाखूनों की चमक को खत्म करके उनकी स्वाभाविक आभा को समाप्त कर सकते हैं।
नाखूनों पर प्रतिदिन सोने से पूर्व ऑलिव ऑयल से मालिश करनी चाहिए। इससे आपके नाखून मजबूत और चमकीले होंगे।
नाखून से किसी चीज को नहीं खुरचें और न ही उससे किसी पेंच आदि को खोलें। इससे आपके नाखून टूट सकते हैं और भद्दे बन सकते हैं।
नाखून काटने के पूर्व उन्हें थोड़ी देर गुनगुने पानी में डुबोकर रखना चाहिए। इससे नाखून आसानी से कटते हैं।
कई लोगों को दांत से नाखून काटने की आदत पड़ जाती है। इससे नाखून भद्दे तो हो ही जाते हैं, इनके अंदर का मैल भी मुंह के अंदर प्रवेश कर जाता है, अतः ऐसी बुरी आदत का परित्याग कर ही देना चाहिए।
महिलाएं नाखूनों की खूबसूरती के लिए नेल पॉलिश लगाती हैं। इसका ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि नेल पॉलिश घटिया कंपनी की न हो।
अगर आप हमेशा नेल पॉलिश लगाए रखती हैं तो बीच-बीच में नेल पॉलिश उतारकर थोड़ा गैप अवश्य दें ताकि नाखूनों का सामान्य एवं प्राकृतिक रंग पीला न पड़ जाए।
नाखूनों से नेल पॉलिश के रंग को उतारने के लिए उन्हें किसी भी चीज से खुरचना नहीं चाहिए बल्कि इसके लिए हमेशा नेल ‘पॉलिश रिमूवर‘ का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
नेल पॉलिश लगाने से पहले एक कोट पारदर्शी पॉलिश को आधार के रूप में लगाना एवं एक बार पॉलिश लगाने के बाद ‘टॉप कोट‘ के रूप में नेल पॉलिश लगाना बेहतर ही नहीं रहता बल्कि इससे नाखूनों के बदरंग होने व नेल पॉलिश के जल्दी उखड़ने जैसी समस्याओं से भी बचा जा सकता है।
बार-बार अलग-अलग रंगों के नेल-पॉलिश लगाते रहने से भी नाखून अस्वस्थ व बदरंग हो जाते हैं अतः एक ही रंग का नेल-पॉलिश लगाते रहना हितकर होता है।