चंडीगढ़, हरियाणा में सुरक्षाकर्मियों ने रविवार को शंभू बॉर्डर पर बहुस्तरीय अवरोधक के पास पहुंचे प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
आंसू गैस के गोले दागे जाने के कारण किसानों को कुछ मीटर पीछे हटना पड़ा। इनमें से कुछ किसानों ने अपने चेहरे ढके हुए थे और कुछ ने चश्मे पहने हुए थे। कुछ किसान जूट के गीले बोरों से आंसू गैस के गोलों से बचते दिखाई दिए।
दरअसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते 101 किसानों के एक समूह ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू प्रदर्शन स्थल से रविवार दोपहर 12 बजे के बाद दिल्ली के लिए अपना पैदल मार्च फिर शुरू किया था।
कुछ मीटर आगे बढ़ने के बाद प्रदर्शनकारियों को हरियाणा पुलिस की ओर से लगाए गए भारी अवरोधकों का सामना करना पड़ा।
इससे पहले शुक्रवार को भी सुरक्षाकर्मियों ने मार्च कर रहे किसानों पर आंसूगैस के गोले दागे थे जिसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच स्थगित कर दिया था।