महिलाएं अब केमिकल्स के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक हुई हैं इसलिए अब घरेलू या प्राकृतिक चीजों की मदद से फेशियल करवाना पसंद कर रही हैं। इनमें वह ताजे फलों के जूस, उनका गूदा मास्क के रूप में प्रयोग करती हैं इसी प्रकार ताजे फूलों की पत्तियां क्रश कर उनका जूस और गूदा भी अपने चेहरे पर खुशी से लगवाती हैं। वह निश्चित होती हैं कि यह सब हर्बल है जिसका प्रभाव त्वचा पर ठंडक और स्मूथिंग प्रदान करेगा। अपने पार्लर वाली को कहें आपकी त्वचा टाइप चेक कर आपको फूलों वाला फेशियल करें। अगर त्वचा नाजुक है पिंपल्स-एक्ने, दाग धब्बे और खुले रोम छिद्र वाली है तो वह उसी अनुसार फूलों का चुनाव कर आपका फेशियल करे। आप चाहें तो इनमें से कुछ फूलों के फेशियल आप ट्राई कर सकती हैं :- गेंदे के फूल वाला :- खुश्क त्वचा वाले लोगों के लिए गेंदे के फूलों वाला फेशियल फायदेमंद है। इससे त्वचा की खुश्की कम होती है। सूर्यमुखी फूलों वाला फेशियल :- सूर्यमुखी के फूलों वाला फेशियल त्वचा को नरिशमेंट देता हे। डल त्वचा लगने पर इस फेशियल का लाभ बेहिचक उठाएं। चमेली के फूलों वाला फेशियल :- अगर आपकी त्वचा दाग धब्बों या किसी तरह के निशानों वाली है तो जैसमिन फेशियल कराएं। धीरे-घीरे दाग -धब्बे और निशान कम हो जाएंगे। गुलाब के फूलों वाला फेशियल :- आपकी त्वचा के रोमछिद्र अगर खुले हैं(ओपन पोर्स) तो गुलाब के फूलों वाला फेशियल बेहतर होगा। इस फेशियल से त्वचा टाइट होती है और रंगत में भी निखार आता है। गुलाब के फूलों की काफी वैरायटी होती हे। त्वचा विशेषज्ञ के अनुसार किसी भी तरह के रोज फ्लावर का फेशियल त्वचा को लाभ पहुंचाता है। लैवेंडर :- अगर त्वचा झुर्रियों वाली या एक्ने वाली है तो लैवेंडर तेल युक्त फेशियल लाभप्रद होगा। त्वचा पर सनबर्न होने पर, किसी भी प्रकार का कट या घाव होने पर भी इस फेशियल को कराया जा सकता है। फ्लावर्स से तैयार पैक्स का प्रयोग करने से त्वचा लंबे समय तक चमकदार रहती है। प्रारंभ में फ्लावर फेशियल 15 दिन में एक बार कराए। बाद में महीने में एक बार कराएं। परिणाम बेहतर रहेगा।