तिरुवनंतपुरम, सात दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने शनिवार को कहा कि पोप फ्रांसिस की बहुप्रतीक्षित भारत यात्रा 2025 के बाद होने की संभावना है, जिसे कैथोलिक चर्च द्वारा ‘‘जुबली वर्ष’’ के रूप में घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा कि भारत पहले ही पोप को आधिकारिक तौर पर आमंत्रित कर चुका है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें सीधे निमंत्रण दिया था।
कुरियन ने एशियानेट चैनल से कहा कि बाकी मामले और प्रक्रियाएं वेटिकन द्वारा तय की जानी हैं तथा यात्रा पोप फ्रांसिस की सुविधा के अनुसार निर्धारित की जाएगी।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री कुरियन उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे जो शनिवार को पोप फ्रांसिस द्वारा कार्डिनल के रूप में आर्कबिशप जॉर्ज जैकब कूवाकाड का अभिषेक किए जाने संबंधी समारोह में भाग लेने के लिए वेटिकन पहुंचा।
केरल के कूवाकाड 2020 से पोप फ्रांसिस के अंतरराष्ट्रीय दौरों का काम संभाले हुए हैं और वह कार्डिनल के पद पर पदोन्नत 21 पादरियों में से एक होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और ईसाई समुदाय पोप फ्रांसिस की भारत यात्रा को लेकर आशान्वित हैं।
इस साल जून में दक्षिणी इटली के अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन के एक सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने के लिए आमंत्रित किया था।